जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर अब तक वाइल्ड एनिमल्स के मूवमेंट का खतरा बना हुआ है। लगातार पास में मौजूद जंगल से वाइल्ड एनिमल्स रनवे तक पहुंच जा रही हैं। संडे को वन विभाग ने एक और सियार रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा है। पिछले छह माह के भीतर अब तक एयरपोर्ट से करीब 8 सियार व एक भेडि़या को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा जा चुका है। ऐसे में कुछ माह पहले एयरपोर्ट से बंदर भी रेस्क्यू किए गए थे। दून एयरपोर्ट में पिछले कुछ माह से वाइल्ड एनिमल्स का मूवमेंट जारी है। एयरपोर्ट प्रशासन ने बकायदा, वन विभाग को इस बावत लिखित शिकायत करते हुए यहां हो रहे वाइल्ड एनिमल्स के मूवमेंट से निजात दिलाने की मांग की थी। इसके बाद यहां फॉरेस्ट हेडक्वार्टर की टीमों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। कई दिनों तक दिन-रात वाइल्ड एनिमल्स के मूवमेंट की जांच परख हुई। इसके बाद एयरपोर्ट में जहां से वाइल्ड एनिमल्स का मूवमेंट रात में रनवे तक पहुंच रहा था। उस रूट पर पिंजरे लगाए गए। अब तक यहां करीब आधे दर्जन पिंजरे लगाए हुए हैं। संडे को एयरपोर्ट प्रशासन ने वन विभाग की टीम को सूचना दी कि पिंजरे में एक सियार फंस गया है। जिसके बाद मौके पर पहुंची विभाग की टीम ने सियार को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया। विभाग के अनुसार अभी एयरपोर्ट में पिंजरे लगातार लगाए जाएंगे। जिससे फ्लाइट्स के टेकऑफ व लैंडिंग के दौरान किसी भी प्रकार का खतरा न बने।