-ग्रेनाइट का यूज होगा टनल में, ऑप्शन के तौर पर होगी आवाजाही

देहरादून,

कई दशक तक यूपी व उत्तराखंड को जोड़ने वाली आशारोड़ी की पुरानी टनल विरासत के तौर पर डेवलेप होगी। इसके लिए पौने चार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट प्लान किया गया है। टनल के दोनों ओर ग्रेनाइट से संवारा जाएगा। डेवलेमपमेंट किए जाने के बाद इसे अल्टरनेट ऑप्शन के तौर पर आवाजाही के लिए भी खुला रखा जाएगा। ये पुरानी टनल कई दशकों पुरानी है। वर्षो तक यूपी सहित तमाम राज्यों से देहरादून आने वाले वाहन को इसी टनल से होकर आना पड़ता था। इस टनल के बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद दो साल पहले नई टनल तैयार हुई। इसके बाद पुरानी टनल से आवाजाही बंद हो गई है।

दशकों पुरानी है ये टनल

पिछले 20 वर्षो के दौरान देहरादून में आवाजाही बढ़ जाने से यूपी और दिल्ली से आने वाले और देहरादून से जाने वाले वाहनों को टनल के दोनों ओर भारी जाम का सामना करना पड़ता था। लगातार लगने वाले जाम और लगातार क्षतिग्रस्त होती इस टनल की स्थिति को देखते हुए 2018 में नई टनल बन कर तैयार हुई। इसके बाद से अब तक ये अंग्रेजी शासनकाल में बनी पुरानी टनल जस के तस हालत में है। अब नेशनल हाईवे 72-ए ने इसकी मरम्मत का निर्णय लिया है। करीब पौने चार करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार कर इस पर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है। एनएच के ईई जेएस रावत ने बताया कि पुरानी टनल को डेवलेप किया जा रहा है।

प्रमुख बातें

-टनल व दोनों छोर पर लगेगा ग्रेनाइट।

-कलरफुल बनाई जाएगी टनल।

-लाइटिंग के होंगे इंतजाम।

-टनल के दोनों तरफ पानी की निकासी के लिए बनेंगी नालियां।

नई टनल में इन दिनों अंधेरा

पुरानी टनल के करीब ही अक्टूबर 2018 में तैयार नई टनल में कई दिनों से अंधेरा छाया हुआ है। जिस कारण यहां हादसों का खतरा बना हुआ है। एनएच-72 के अधिकारियों का कहना है कि 340 मीटर लंबी टनल में लाइट के इंतजाम के लिए जिला पंचायत के साथ एनएच का एमओयू साइन हुआ है। अधिकारी बताते हैं कि निर्माणकर्ता कंपनी के नाम टनल के लिए बिजली का कनेक्शन था। रकम ज्यादा होने के कारण कनेक्शन काटा गया। इधर, जिला पंचायत अध्यक्ष का कहना है कि बिजली का कनेक्शन लिया जा रहा है। जल्द टनल में लाइट का इंतजाम कर दिया जाएगा।