- दून पुलिस की पहल पर राजपुर इलाके में शुरू हुई सर्विस

- कोविड मरीजों को ऑटो में ऑक्सीजन और दूसरी सेवाएं भी होंगी प्रोवाइड

देहरादून,

इमरजेंसी में अब कोविड मरीजों को हॉस्पिटल तक पहुंचाने के लिए दून पुलिस की ऑटो एम्बुलेंस भी मदद करेगी। वेडनसडे को एसएसपी डॉ। योगेन्द्र सिंह रावत ने दून पुलिस की इस सेवा की शुरुआत की। खास बात ये है कि इस ऑटो एंबुलेंस में ऑक्सीजन से लेकर सभी इमरजेंसी उपकरण दिए गए हैं।

कंट्रोल रूम से मिलेगी सुविधा

कोरोना की दूसरी लहर में संक्त्रमण अधिक होने से सुविधाएं और संसाधन कम होते जा रहे हैं। पब्लिक लगातार ऑक्सीजन और बेड को लेकर डिमांड कर रही है। पुलिस कंट्रोल रूम में भी आए दिन मेडिकल हेल्प मांग रहे हैं। इसको लेकर पुलिस भी संसाधन जुटाने में लगी है। पहले पुलिस लाइन की एंबुलेंस को पब्लिक के लिए दिया गया। अब ऑटो को एंबुलेंस बनाकर पब्लिक की सेवा में लगा दिया गया है। कंट्रोल रूम से प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर किसी भी इमरजेंसी में गंभीर रूप से संक्त्रमित किसी व्यक्ति के लिए तत्काल एम्बुलेंस उपलब्ध ना होने की दशा में उसे अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ऑटो एंबुलेंस सेवा का इस्तेमाल किया जायेगा।

एसएसपी ने किया फ्लैग ऑफ

ऑटो एंबुलेंस सेवा को एसएसपी द्वारा मसूरी डायवर्जन पर हरी झंडी दिखाकर जनसेवार्थ रवाना किया गया। ऑटो एंबुलेंस सेवा को थाना राजपुर क्षेत्र में शुरू किया जा रहा है, जिसमे पुलिस द्वारा दो ऑटो वाहनों में ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य उपकरण लगाये गए है। ये ऑटो 24 घंटे पीडि़त व्यक्तियों की सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे। ऑटो एम्बुलेंस में नियुक्त ऑटो चालक को विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे वह किसी भी इमरजेंसी में गंभीर रूप से पीडि़त मरीज को प्राथमिक तौर पर ऑक्सीजन उपलब्ध कराते हुए ऑटो एम्बुलेंस के माध्यम से संबंधित अस्पताल तक ले जा सकते है।

पहले एंबुलेंस हो चुकी है शुरू

दून पुलिस की ओर से कोविड मरीजों की सुविधा के लिए अब दो तरह की सर्विस शुरू हो गई है। इससे पहले पुलिस की और से कोरोना मरीजों को अस्पताल तक ले जाने के लिए इमरजेंसी वाहन सेवा की शुरूआत की गई है। कोविड.19 कंट्रोल रूम में स्थापित की गई पुलिस हेल्प डेस्क में जो लोग एम्बुलेंस की डिमांड करेंगे उन्हें पुलिस अब अपने वाहन से भी हॉस्पिटल पहुंचाएगी। पुलिस लाइन में उपलब्ध एक वाहन को पुलिस पहले से ही एम्बुलेंस के रुप में इस्तेमाल कर रही है। एम्बुलेंस का इस्तेमाल शव को अंतिम संस्कार के लिए स्थान तक ले जाने में भी किया जा रहा है।