देहरादून। डीएवी कॉलेज की हालत जीर्ण-शीर्ण है। बिल्डिंग की तस्वीरें इस बात की गवाह हैं। कॉलेज की क्लासेस में पानी टपक रहा है। यहीं नहीं बिल्डिंग की दीवारों पर जगह-जगह काई जमी हुई है। दीवारों को देखकर जान पड़ता है कि न जाने कितने सालों से इस बिल्डिंग में पुताई तक नहीं हुई है। पुताई न होने के कारण दीवारों का रंग काला पड़ चुका है। जिस पर कई-कई सालों से रखरखाव का काम ही नहीं हुआ।

एक हफ्ता देरी से क्लास
दून में जहां एक ओर अधिकतर कॉलेज स्टार्ट हो चुके हैं व उनमें पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। लेकिन, बारिश में कॉलेज में जगह-जगह पानी टपकने व तेज बारिश के कारण क्लासेस शुरू नहीं हो पाई हंै। जहां क्लासेस शुरू हुई भी वहां पर जाने से स्टूडेंट कतरा रहें हैं। स्टूडेंट्स के अनुसार वे कई बार इस विषय में कॉलेज प्रशासन को अवगत करा चुके हैं। लेकिन, इस विषय में कोई भी गंभीर जवाब नहीं मिल पाया।

यह है हालत
-कहीं टपक रहा पानी तो कहीं पर दीवार में पड़ी दरार।
-कई जगह दीवारों पर लगी काई तो कई जगह सीलन।
-बारिश तेज होने पर क्लास में जमा हो रहा पानी।
- सालों से नहीं हुआ बिल्डिंग के रखरखाव का काम।

कई बार कॉलेज आकर लौट चुके हैैं
अगस्त से क्लासेस शुरू होनी थी। लेकिन, हमारी क्लासेस शुरू होना तो दूर इंट्रोडक्शन तक नहीं हो पाया है। कॉलेज की हालत भी बहुत खराब है। इस विषय में काम करने की जरूरत है।
श्वेता जोशी, स्टूडेंट बीए

मेरा पहली मेरिट में नाम आ गया था। लेकिन, दो महीने के बाद से अब तक क्लास शुरू नहीं हो पाई है। कई बार कॉलेज में जाकर लौट चुके हैं। जबकि दूसरे कॉलेज की क्लासेस शुरू हो चुकी हैं।
सुजल सेमवाल, स्टूडेंट बीए

क्लासेस शुरू ही नहीं हो पा रही हैं। एक दो बार क्लासेस शुरू भी हुई लेकिन, बारिश के कारण पढ़ाई ठप रही। कॉलेज प्रशासन को चाहिए इस विषय में जल्द ही निर्णय लें।
हिमांशु रावत, स्टूडेंट बीए

कॉलेज में एडमिशन लिए दो महीने हो गए हैं। लेकिन, अब तक कोई भी क्लास शुरू न होने के कारण सिलेबस कैसे पूरा हो। अब तो हमें इस बात का भी डर सताने लगा है।
दिपांशु विश्वकर्मा, स्टूडेंट बीएससी

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इन दिनों दून में बारिश इतनी हो रही है कि अच्छे-अच्छे मकान टपक रहें हैं। फिर डीएवी कॉलेज की बिल्डिंग तो पुरानी है। बारिश तो यहां रखरखाव का काम नहीं कराया जाएगा। जल्द ही क्लासेस भी शुरू की जाएगी।
डॉ। के आर जैन, प्राचार्य डीएवी कॉलेज