- वीवीआईपी के दर्शनों से बदरीनाथ-केदारनाथ को 91.63 लाख की आय

देहरादून (ब्यूरो): इस वर्ष 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद अब तक 8,198 गेस्ट व स्पेशल गेस्ट और उनके संदर्भों से आए महानुभावों ने धामों के दर्शन किए। इससे बीकेटीसी को रुपये 24,59,400 का लाभ हुआ। ऐसे ही बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद अब तक 22,348 हजार गेस्ट व स्पेशल गेस्ट धामों के दर्शनों के लिए पहुंचे। इनसे बीकेटीसी को 67,04,400 रुपए की इनकम प्राप्त हुई।

पहले थी निशुल्क व्यवस्था
यात्राकाल में दोनों धामों में वीआईपी व वीवीआईपी श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। बीकेटीसी वीआईपी श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर दर्शन कराती थी और नि:शुल्क प्रसाद भी देती थी। वीआईपी व वीवीआईपी श्रद्धालुओं से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता था। वीआईपी व वीवीआईपी श्रद्धालुओं के नाम पर अनेक अव्यवस्थाएं भी पैदा होती थीं।

स्टडी के बाद लिया फैसला
इस वर्ष यात्राकाल से पूर्व बीकेटीसी ने देश के चार बड़े मंदिरों वैष्णोदेवी, तिरुपति बाला जी, सोमनाथ व महाकाल मंदिर में विभिन्न व्यवस्थाओं के अध्ययन के लिए एक-एक टीम भेजी थी। इन दलों ने वहां की व्यवस्थाओं का अध्ययन कर मंदिरों में आने वाले गेस्ट व स्पेशल गेस्ट से दर्शनों के लिए शुल्क निर्धारित करने का प्रस्ताव रखा था। बीकेटीसी ने अध्ययन दलों के सुझाव पर प्रति व्यक्ति 300 रुपए निर्धारित किया था।

सीएम ने खुद कटवाई थी पर्ची
बीकेटीसी की ओर से नई व्यवस्था कायम किए जाने के बाद वीआईपी व वीवीआईपी के नाम पर अनावश्यक रूप से दर्शनों के लिए घुसने वालों पर भी रोक लगी है। टेंपल कमेटी ने इस व्यवस्था की शुरुआत इस वर्ष केदारनाथ धाम से शुरू की थी। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर बीकेटीसी ने पहली पर्ची सीएम पुष्कर सिंह धामी की काटी थी। सीएम ने 300 रुपए का शुल्क चुका कर दर्शन किये थे।

गवर्नर से मिले बीकेटीसी अध्यक्ष
राज्यपाल ले।जन। गुरमीत सिंह (रिटा।) से थर्सडे को राजभवन में बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान राज्यपाल ने अजय से प्रदेश में गतिमान चार धाम यात्रा के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। राज्यपाल ने उनसे बदरीनाथ व केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत चल रहे विकास कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली।
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