- हरिद्वार, ऋषिकेश, देवप्रयाग में श्रद्धालुओं ने गंगा में किया स्नान

- वसंत पंचमी पर हुए यज्ञोपवीत और मुंडन संस्कार

कुशावर्त घाट, नाई सोता आदि घाटों पर कराया मुंडन और यज्ञोपवीत संस्कार

HARIDWAR: प्रदेश में थर्सडे को वसंत पंचमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हरिद्वार, ऋषिकेश, देवप्रयाग में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। सुबह से देर शाम तक स्नान जारी रहा। वसंत पंचमी के मौके पर यज्ञोपवीत और मुंडन संस्कार भी हुए। श्रद्धालुओं ने अन्न, वस्त्र आदि दान कर सुख शांति की कामना की।

गंगा घाटों पर लगा श्रद्धालुओं का जमावड़ा

प्रदेश में थर्सडे को वसंत पंचमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। हरिद्वार, ऋषिकेश, देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग सहित प्रदेश के सभी इलाकों में ऋतुराज का स्वागत करने के लिए कार्यक्रम आयोजित हुए। हरिद्वार में सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर हर-हर गंगे, जय मां गंगे के जयकारों के बीच आस्था की डुबकी लगाई। अन्न वस्त्र के अलावा गुप्त दान कर पुण्य कमाया। सर्वानंद घाट, बिरला घाट, लवकुश घाट, विश्वकर्मा घाट, प्रेमनगर आश्रम आदि गंगा घाटों पर भी श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। नाई सोता घाट, कुशावर्त घाट सहित अन्य घाटों पर स्थानीय के साथ ही दूसरे राज्यों से पहुंचे यात्रियों ने बच्चों का मुंडन संस्कार कराया। वहीं, ऋषिकेश, देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग और कर्णप्रयाग में भी श्रद्धालुओं ने गंगा व सहायक नदियों में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। इसके आलावा घर और प्रतिष्ठानों में विद्या की देवी मां सरस्वती का पूजन किया गया। प्रसाद का वितरण किया गया। जगह-जगह भंडारे भी आयोजित हुए। बच्चों ने पतंगबाजी का भी जमकर लुत्फ उठाया।