आईसीयू में पहले के मरीज भर्ती, नई कोई नहीं भर्ती

देहरादून

कोरोना कफ्र्यू का असर कहें या लोगों की अवेयरनेस, लेकिन हकीकत अब बदलने लगी है। जोकि मुश्किल दिनों केबाद अब राहत की सुनहरी किरण की तरह दिखने लगा है। अब दून के हॉस्पिटल्स में हालत सुधरने लगे हैं। ऑक्सीजन और आईसीयू बेड के लिए होने वाली मारामारी खत्म हो गई है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने जब इसकी पड़ताल की तो ये सच्चाई सामने आई। दून के लगभग सभी हॉस्पिटल्स में बेड मौजूद है। हॉस्पिटल प्रबंधन के अनुसार कोरोना सकंमित पेशेंट और परिजनों को अब आईसीयू बेड और ऑक्सीजन बेड के लिए सरकार और प्राइवेट हॉस्पिटल में जद्दोजहद नहीं करनी पड़ रही है। इसका कारण यह है अब हॉस्पिटल से आईसीयू और ऑक्सीजन बेड खाली होने लगे हैं।

एक सप्ताह पहले तक थी मारामारी

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के साथ 100 ऑक्सीजन और आईसीयू बेड खाली हैं। वेंटीलेंटर्स पर पहले से भर्ती पेशेंट्स का ट्रीटमेंट चल रहा है, लेकिन नए एडमिशन न होने से हॉस्पिटल् सने भी चैन की सांस ली है। जबकि बीते दिनों दिनों हर दिन आईसीयू बेड के लिए लगातार फोन बजते थे और हॉस्पिटल्स के बाहर एंबुलेंस और व्हीलचेयर पर वेट कर रहे पेशेंट्स डॉक्टर्स के लिए चिंता का सबब बना हुआ था। अब 24 घंटे में एक या दो पेशेंट आ रहे हैं। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल संचालकों के अनुसार भी पहले की अपेक्षा राहत है। कुछ दिन पहले इमरजेंसी में पेशेंट को हर घंटे में आईसीयू की डिमांड आती थी। इसके कारण कई बार पेशेंट को स्ट्रेचर पर ही ऑक्सीजन देनी पड़ रही थी।

अब ये है अवेलेबिलिटी पोजीशन

कैलाश हॉस्पिटल

आईसीयू बेड - 2

वेटीलेंटर बेड - 0

ऑक्सीजन बेड - 14

मैक्स हॉस्पिटल

आईसीयू बेड - 1

वेंटीलेटर- 0

ऑक्सीजन बेड - 15

दून हॉस्पिटल

आईसीयू बेड - 100

वेंटीलेटर बेड -6

ऑक्सीजन बेड - 100

सीएमआई हॉस्पिटल

आईसीयू बेड - 0

वेंटीलेटर बेड - 0

ऑक्सीजन बेड - 20

श्री महंत इन्दिरेश हॉस्पिटल

आईसीयू बेड - 1

वेंटीलेटर बेड - 0

ऑक्सीजन बेड - 15

कोरोना की सेकेंड वेव में गंभीर पेशेंट की संख्या अधिक थी। अब गंभीर पेशेंट की संख्या में कमी आई है। ऐसे में आईसीयू के साथ ऑक्सीजनयुक्त बेड भी खाली हो रहे हैं।

डॉ। पवन शर्मा, डायरेक्टर, कैलाश हॉस्पिटल

दून में मई शुरुआत में ऐसा समय आया था। जब हर घंटे केवल आईसीयू बेड के लिए डिमांड मिल रही थी। ऐसे में फोन बजने पर उम्मीद होती थी कि केवल आईसीयू बेड की डिमांड के लिए फोन हो।

डॉ। राहुल प्रसाद, सीएमएस मैक्स हॉस्पिटल

कोरोना की दूसरी लहर के साथ अप्रैल 15 से लगातार पेशेंट की संख्या बढ़ रही थी। कई दिन तो एक दिन में 40-40 पेशेंट भी भर्ती हो रहे थे। लेकिन अब राहत है। अब तो आईसीयू और ऑक्सीजन बेड भी खाली हो रहे हैं।

डॉ। केसी पंत, प्रभारी सीएमएस, दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल