-अब प्राइवेट हॉस्पिटल में भी रखें जायेंगे बच्चों के बेड रिजर्व

-300 बेड का किया जाएगा टारगेट तैयार

देहरादून।

कोरोना संक्रमण की संभावित थर्ड वेव में बच्चों को बचाने के लिए हेल्थ विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। सभी कोविड हॉस्पिटल्स में बेड बढ़ाने के साथ प्राइवेट हॉस्पिटल में भी बच्चों के लिए बेड रिजर्व रखने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य सचिव खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अब मेडिकल कॉलेज, समेत जिला हॉस्पिटल और प्राइवेट हॉस्पिटल में तैयारी की जा रही है। जहां बेड नहीं हैं, वहां भी बेड बढ़ाने की तैयारी करने को कहा गया है। सभी हॉस्पिटल में 300 बेड के पीआईसीयू और एनआईसीयू रिजर्व रखे जाने की तैयारी है।

क्यों है थर्ड वेव में बच्चों के लिए खतरा

बच्चों के लिए संभावित तीसरी लहर को खतरा मना जा रहा हैं। इसके एक्सपट्रर्स के अनुसार तीन कारण बताए जा रहे हैं। आईसीएमआर और लगातार हो रहीं रिसर्च इसकी संभावना जता रहीं हैं। इनमें सबसे पहला कारण वायरस का म्यूटेशन है। कोरोना संक्रमण का पहला वैरिएंट डिफरेंट था इसके बाद दूसरी लहर में वैरिएंट और भी स्ट्रॉन्ग बनकर सामने आया, जिससे कई लोगों की जान तक चली गई। दूसरा, लगातार हो रहे वैक्सीनेशन में पहले 18 प्लस तक का वैक्सीनेशन हो रहा है। ऐसे में कोरोना सें बचाव को लेकर होने वाले इम्युनाइजेशन में 18 से कम एज के बच्चे बच जाएंगे। जिससे उनके लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। तीसरा, पहली वेव में सबसे ज्यादा अफेक्टेड 50 प्लस के लोग थे। सेकेंड वेव में 20 से 50 के सबसे ज्यादा लोग अफेक्टेड हुए। अब तीसरे वेव आई तो 20 से कम एज के बच्चे अफेक्ट हो सकते हैं।

50 बेड किए जायेंगे तैयार

19 साल तक के बच्चों के लिए सभी हॉस्पिटल में 50-50 बेड तैयार हो रहे है। एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट) और पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट) में 50-50 बेड तैयार किए जा रहे हैं। बच्चों के लिए वार्ड में कोविड डेडिकेटेड बेड की संख्या 2000 तक बढ़ाने के साथ एनआईसीयू और पाीआईसीयू में भी बेड की संख्या को अब 300 तक किए जाने की तैयारी की जा रही है।

इन हॉस्पिटल में तैयार किया जा रहा प्लान

-दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल

-कोरोनेशन हॉस्पिटल

-प्रेमनगर हॉस्पिटल

-राजीव गांधी कोविड केयर सेंटर

-तीलू रौतेली कोविड केयर सेंटर

-श्री महंत इंदिरेश हॉस्पिटल

-मैक्स हॉस्पिटल

-कैलाश हॉस्पिटल

दून हॉस्पिटल में यह है स्थिति

पीआईसीयू- 8 बेड

इतने बेड बढ़ाने के ऑर्डर - 42

काम शुरू - 10 बेड

पीडियाट्रिक वार्ड में 22 बेड

बढ़ाने के ऑर्डर - 150

काम शुरू - 50

दून महिला हॉस्पिटल

एनआईसीयू - 22 बेड

बढ़ाने के ऑर्डर - 28

काम शुरू- 18

कोरोनेशन हॉस्पिटल

पीडियाट्रिक वार्ड - 10

बढ़ाने के ऑर्डर - 20

(डिमांड)

गांधी शताब्दी हॉस्पिटल

पीआईसीयू - 15 बेड

ऑर्डर - 25 बेड

काम शुरू - 5

इन हॉस्पिटल में है 50-50 का टारगेट

प्राइवेट हॉस्पिटल में बेड बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। जिनमें जौलीग्रांट स्थित हिमालयन हॉस्पिटल, एम्स हॉस्पिटल और श्री महंत इंदिरेश हॉस्पिटल में 50 बेड एनआईसीयू और पीआईसीयू को तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया हैं।

प्राइवेट में 30 बेड का टारगेट

वैश्य नर्सिग होम, सिनर्जी हॉस्पिटल, मैक्स हॉस्पिटल और कैलाश हॉस्पिटल को 30 बेड एनआईसीयू और पीआईसीयू के रिजर्व रखने के लिए निर्देशित किया गया हैं। फिलहाल इन सभी हॉस्पिटल के पास 4-5 बेड बढ़ाए गए हैं।

कोरोना की संभावित तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक होने की आंशका तीन कारणों से जताई जा रही है। इसमें सबसे बड़ा कारण लगातार म्यूटेट हो रहे वैरिएंट को एक महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा हैं। दून हॉस्पिटल में बेड की संख्या को बढ़ाया जा रहा हैं।

डॉ। अशोक कुमार, एचओडी पीआईसीयू

थर्ड वेव में बच्चों में संक्रमण की संभावना को देखते हुए देहरादून में 300 बेड बढ़ाये जाने की तैयारी तेज कर दी गई है। इसके साथ ही प्राइवेट हॉस्पिटल में बेड रिजर्व किए जा रहे हैं। सिटी में सभी कोविड समेत प्राइवेट हॉस्पिटल में भी जांच की जा रही है। जहां संभव होगा बेड बढ़ाये जायेंगे।

डॉ। दिनेश चौहान, एसीएमओ देहरादून