- सीबीएसई और पड़ोसी राज्यों के फार्मूला पर चर्चा

- फार्मूला तैयार करने को जारी है बैठकों का दौर

DEHRADUN: उत्तराखंड बोर्ड की 12वीं व 10वीं कक्षा के छात्रों के परिणाम का फार्मूला तैयार करने को शिक्षा विभाग में बैठकों का दौर जारी है। सोमवार को शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में गठित समिति के सदस्यों ने सीबीएसई समेत पड़ोसी राज्यों के फार्मूला पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, समिति पिछली कक्षाओं के अंक और छात्रों की उपस्थिति को भी परिणाम तैयार करने में मानक बनाने पर विचार कर रही है। इसके लिए जल्द प्रदेश भर के स्कूलों से रिपोर्ट मांगी जाएगी।

फार्मूला तैयार करने का दबाव बढ़ा

सीबीएसई का बोर्ड छात्रों को पास करने का फार्मूला जारी होने के बाद से राज्य बोर्ड और शिक्षा विभाग पर जल्द परिणाम का फार्मूला तैयार करने का दबाव बढ़ गया है। बता दें कि इस साल करीब 2.71 लाख छात्र-छात्राएं बोर्ड कक्षाओं में पंजीकृत हैं। उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा रद होने के बाद सरकार ने दोनों बोर्ड कक्षाओं में पंजीकृत छात्र-छात्राओं को प्रोन्नत करने का निर्णय लिया है। साथ ही उन्हें अंक देने के बारे में निर्णय लेने को पांच सदस्यीय समिति गठित की है। शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में गठित समिति के सदस्यों में माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक सीमा जौनसारी, उत्तराखंड बोर्ड की सचिव नीता तिवारी और गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक शामिल हैं। सोमवार को हुई बैठक में विभिन्न परिस्थितियों के चलते सालभर में परीक्षाएं नहीं होने पर भी चर्चा हुई। इस स्थिति को देखते हुए छात्रों के पिछली कक्षाओं के परिणामों को भी फार्मूला में शामिल करने पर कई अधिकारियों ने सहमति दी है। इसके साथ ही उप्र, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश द्वारा तैयार फार्मूला पर भी चर्चा हुई। शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय ने कहा कि अगले दो-तीन दिन में उत्तराखंड बोर्ड के रिजल्ट को लेकर फार्मूला तय कर शासन को भेज दिया जाएगा। प्रायोगिक परीक्षा से वंचित रहने वाले छात्र-छात्राओं को दोबारा मौका देने पर भी निर्णय लिया जाएगा। बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में करीब 1.48 लाख और 12वीं की परीक्षा में करीब 1.23 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।