- जून में शुरू हो जाती है कॉलेज एडमिशन प्रॉसेस

- यूजी और प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए होती है मारामारी

देहरादून,

कोरोना संक्रमण के चलते 12वीं के बोर्ड एग्जाम को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है। उम्मीद लगाई जा रही है कि जून में इस पर कुछ फैसला हो जाएगा। बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट लेट होने से हायर एजुकेशन पर भी सीधा असर पड़ना तय है। पिछले साल जून में डिग्री कॉलेजों में एडमिशन प्रोसेस शुरू हो गई थी, जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्त्रिया तक चालू हो गई थी। लेकिन इस बार सेशन 2 से 3 माह लेट होना तय है।

लाखों स्टूडेंट्स हैं रजिस्टर्ड

सीबीएसई से लेकर उत्तराखंड बोर्ड के 12वीं के एग्जाम पर अभी कुछ निर्णय नहीं हो पाया है। उत्तराखंड बोर्ड भी सीबीएसई बोर्ड के फैसले का इंतजार कर रहा है। लाखों स्टूडेंट्स 12वीं के बोर्ड एग्जाम में रजिस्टर्ड हैं। बोर्ड रिजल्ट आने के बाद 12वीं के स्टूडेंट्स प्रोफेशनल कोर्स या फिर डिग्री कॉलेजों में यूजी के लिए आवेदन करते हैं। यूजी के लिए दून में डीएवी, डीबीएस, एमकेपी और एसजीआरआर पीजी कॉलेज स्टूडेंट्स की पहली च्वाइस रहती हैं। ये सभी कॉलेज गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड हैं। इसके साथ ही श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी के गवर्नमेंट और एडेड कॉलेज भी शामिल हैं। इन सभी कॉलेजों में जून में एडमिशन प्रोसेस शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार बोर्ड रिजल्ट का असर इन कॉलेजों के एडमिशन प्रोसेस पर भी होना तय है।

इन यूनिवर्सिटी पर स्टूडेंट्स की नजर

गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी

श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी

दून यूनिवर्सिटी

यूटीयू उत्तराखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी

यूनवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज

इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी

बोर्ड रिजल्ट आने के बाद ही कॉलेजों में एडमिशन प्रोसेस शुरू हो जाती है। पिछले साल जून में कॉलेज में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए थे। इस साल अभी कुछ भी क्लियर नहीं है।

प्रो। बीए बौडाई, अध्यक्ष, प्रिंसिपल काउंसिल

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एफिलिएशन का भी पेंच

दून के डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, एसजीआरआर डिग्री कॉलेज समेत 18 एडेड कॉलेजों में इस बार शैक्षिणक सत्र 2021-22 के एडमिशन प्रोसेस में पेंच फंस सकता है। राज्य सरकार की ओर से इन कॉलेजेज को गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से हटाकर श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड करने का निर्णय लिया जा चुका है। हालांकि मामला हाईकोर्ट में होने की वजह से अभी कुछ भी स्थिति साफ नहीं हो पाई है। ऐसे में नए एडमिशन प्रोसेस को लेकर भी संकट गहराने लगा है। एसजीआरआर पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। बीए बौड़ाई का कहना है कि गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से हटाकर एडेड कॉलेजों को श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में जोड़ने के निर्णय से स्टूडेंट्स को नुकसान होना तय है। इससे कॉलेजों को मिलने वाली ग्रांट और स्टूडेंट्स के स्कॉलरशिप भी फर्क पड़ेगा। उन्होंने सरकार से इस मामले में जल्द से जल्द निर्णय लेने की मांग की है। इधर समाजसेवी रविन्द्र जुगरान का कहना है कि राज्य सरकार किसी भी अधिकार से इन कॉलेजों को गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से डिएफि लिएट नहीं कर सकती। कहा कि इसका अधिकार न तो यूनिवर्सिटी को है और नहीं केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय को, इसलिए उन्होंने लाखों स्टूडेंट्स के भविष्य को देखते हुए कोर्ट से गुहार लगाई है।