चमोली, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले होंगे कमिश्नरी में शामिल

गैरसैंण

उत्तराखंड अब 3 कमिश्नरी वाला राज्य बन गया है। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण की पहली वर्षगांठ पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक और बड़ी सौगात दी। विधानसभा में वर्ष 2021-22 का बजट पेश करने के दौरान उन्होंने गैरसैंण को उत्तराखंड की नई कमिश्नरी बनाने की घोषणा की। गढ़वाल व कुमाऊं के बाद अब गैरसैंण राज्य की तीसरी कमिश्नरी होगी। नई कमिश्नरी में चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर व अल्मोड़ा जिले शामिल होंगे और कमिश्नरी का मुख्यालय गैरसैंण में होगा। इसके साथ ही सीएम ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी की टाउन प्लानिंग के मद्देनजर मास्टर प्लान के लिए एक माह के भीतर टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। उन्होंने राज्य में हाल में घोषित नई नगर पंचायतों के लिए एक-एक करोड़ की राशि दिए जाने की भी घोषणा की।

ग्रीष्मकालीन राजधानी है गैरसैंण

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पिछले साल चार मार्च को ही गैरसैंण में बजट पेश करते हुए गैरसैंण को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी। अब सालभर बाद गैरसैंण में विधानसभा परिसर में ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा की पहली वर्षगांठ पर चल रही उत्सव की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री ने सदन में बजट पेश करते हुए गैरसैंण के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर कर गैरसैंण को राज्य की तीसरी कमिश्नरी बनाने की घोषणा की। गैरसैंण में कमिश्नरी का मुख्यालय होने से इसमें शामिल होने वाले गढ़वाल व कुमाऊं के दो-दो जिलों के विकास हो सकेगा। गैरसैंण में कमिश्नर के अलावा डीआईजी की तैनाती भी जल्द होगी। सीएम ने गैरसैंण के नियोजित विकास के मद्देनजर मास्टर प्लान के लिए माहभर में टेंडर आमंत्रित करने की घोषणा कर गैरसैंण के विकास के प्रति भी अपनी प्रतिबद्धता जताई है।

नगर पंचायतों को एक-एक करोड़

सीएम ने भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा परिसर के चारों तरफ फलदार पौधों के रोपण और फल एवं खाद्य प्रसंस्करण यूनिट स्थापित किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने नई घोषित नगर पंचायतों के लिए एक-एक करोड़ की राशि देने की घोषणा कर इनके विकास का इरादा भी जाहिर किया। सरकार ने हाल में राज्य में सात नई नगर पंचायतों के गठन का निर्णय लिया है।

गैरसैंण एक नजर में

- वीर चंद्रसिंह गढ़वाली में आजादी के बाद गैरसैंण से लगते दूधातोली को डेवलप करने का प्लान बनाया था और तत्कालीन यूपी सरकार को भेजा था।

- अलग उत्तराखंड राज्य के लिए गठि उत्तराखंड क्रांति दल ने 1992 में गैरसैंण को प्रस्तावित उत्तराखंड की राजधानी घोषित किया। इसे चंद्रनगर नाम दिया गया था।

- 2008 में राजधानी मसले पर गठित दीक्षित आयोग ने अपनी रिपोर्ट में गैरसैंण को राजधानी के रूप में नकार दिया।

- 2012 में तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा ने गैरसैंण में कैबिनेट बैठक की।

- 2013 में गैरसैंण से 14 किमी दून भरारीसैंण में विधानसभा भवन का शिलान्यास किया गया।

2014 में नये विधानसभा भवन में 3 दिवसीय विधानसभा सत्र हुआ। गैरसैंण और चौखुटिया ब्लॉक को मिलाकर गैरसैंण विकास परिषद गठित की गई।

- 2016 में गैरसैंण को नगर पंचायत बनाया गया।

- 2017 में दूसरी बार विधानसभा सत्र का आयोजन किया गया।

- 2020 में विधानसभा सत्र के दौरान सीएम ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया। बाद में नोटिफिकेशन जारी हुआ।

- 2021 सीएम ने गैरसैंण को राज्य की तीसरी कमिश्नरी बनाने की घोषणा की।