देहरादून(ब्यूरो): वेडनसडे को वन विभाग मसूरी की ओर वायरल हो रहे वीडियो के क्रम में अज्ञात के खिलाफ राजपुर थाने में केस दर्ज किया गया है। वहीं, डीएफओ मसूरी वैभव कुमार ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाते हुए 40 तक पहुंचा दी गई है। इसके अलावा लैपर्ड की सक्रियता से निपटने के लिए मसूरी वन प्रभाग की 24 सदस्यीय दो टीमें ने पूरे दिन-रात कांबिंग की। लेकिन, अब तक लैपर्ड को कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

20 दिनों से नाक में दम

पिछले बीस दिनों में दून में लैपर्ड की दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पहले राजपुर के सिंगली गांव छोटे बच्चे पर लैपर्ड ने हमला बोला, उसके बीते 14 जनवरी को दोबारा एक दूसरे लैपर्ड ने कैनाल रोड के पीछे सुंधोवाली में भी 12 वर्षीय बच्चे पर हमला बोला। इसके बाद मामला सीएम तक पहुंचा तो सीएम ने अधिकारियों को ऐसी घटनाएं कम करने के लिए सख्ताई से निर्देश दिए हैं। इसके बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वेडनसडे को दून के इन इलाकों में लैपर्ड की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए निपटने के लिये मसूरी वन प्रभाग द्वारा 24 सदस्यीय दो टीमें रवाना की हैं। मसूरी डीएफओ के अनुसार इन दोनों क्षेत्रों में दिन-रात मॉनिटङ्क्षरग शुरू कर दी गई हैं। जिससे भविष्य में इन क्षेत्रों में ऐसी अनहोनी को रोका जा सके। दोनों टीमों को रवाना करने से पूर्व प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी वैभव कुमार ङ्क्षसह द्वारा वनकर्मियों को जरूरी जानकारी दी गयी।

दो बच्चों पर किया हमला

इस बावत प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि बीते दो सप्ताह से दून के दो क्षेत्रों में लैपर्ड द्वारा दो च्च्चों पर हमला किया गया है। जिसमें एक बच्चे की जान चली गयी थी। इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने पूरी तैयारी करते हुए दोनों क्षेत्रों में 24 कर्मियों की दो टीमें बनाकर रवाना की गई हंै।

टीमों को दिया गया है टास्क


-एक टीम पुरुकुल ङ्क्षसगली गांव क्षेत्र में जहां पहली घटना हुई थी।
-दूसरी टीम आईटी पार्क सहस्रधारा मार्ग पर की गई है तैनात।
-दोनों टीमें चौबीसों घंटे स्थिति की मॉनिटङ्क्षरग करेंगी।

आईटी एक्ट में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज

डीएफओ मसूरी के अनुसार बड़ा दुर्भाग्य है कि लोग इस घटना को फर्जी पुरानी वीडियो से जोड़कर वीडियो वायरल कर रहे हैं। जिससे संवेदनशील इलाकों में लोगों के बीच डर व भय का माहौल बना हुआ है। ऐसे अज्ञात के खिलाफ आईपीसी व आईटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है।

सेंसिटिव जोन में लोगों को वाट्सएप से जोड़ा गया

बताया, जिन क्षेत्रों में लैपर्ड हैं। वहां के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। विशेष कर जहां छोटे च्च्चे हैं, जहां पर कुत्ते हैं, ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों की मैङ्क्षपग की गई है। इसके अलावा लोगों जो अवेयर किया जा रहा है। इन क्षेत्रों के स्कूलों, ग्राम प्रधानों, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन आदि से वन विभाग पिछले कई दिनों से संपर्क में है। उनको व्हाट्सएप ग्रुपों को जोड़ा गया है। उनसे कहा जा रहा है कि डरने की जरूरत नहीं, बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है। डीएफओ मसूरी के अनुसार मसूरी व दून फॉरेस्ट एरियाज से कवर्ड है। इस कारण लैपर्ड का आ जाना कोई बड़ी बात नहीं है। कारणवश, इसके बाद भी कहीं गुलदार देखा जाता है तो तत्काल वन विभाग को सूचित करें।

ऐसी रखी जा रही नजर


-घटना के बाद चौबीसों घंटे वन विभाग की टीम ऑपरेशन में है जुटी।
-स्थिति पर नजर रखने के लिए मास्टर कंट्रोल रूम चौबीस घंटे एक्टिव
-इसके बाद भी लैपर्ड की मिल रही सूचना, तत्काल भेजी जा रही टीम।
-जहां मिल रहे हैं पुख्ता सबूत, वहां स्पेशल टीम की जा रही रवाना।
-इनमें वेटेनरी ऑफिसर, कैमरा ट्रैप, ट्रैंकुलाइजर इक्विपमेंट भी है शामिल।


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