-लगातार चलाया जाएगा विभाग की ओर से संयुक्त अभियान
-तीन दिन के अभियान में 502 व्हीकल पर कार्रवाई
- 13 व्हीकल हुए सीज
देहरादून। लोडिंग व्हीकल में रिफ्लेक्टर न होने के कारण अक्सर एक्सीडेंट का कारण बनते हैं। यह एक्सीडेंट सर्दियों में और भी ज्यादा बढ़ जाते है। धुंध में रिफ्लेक्टर न होने के कारण पीछे से आ रही गाड़ी को सामने की गाड़ी नहीं दिखाई देती है। इसे देखते हुए विभाग ने गाडि़यों में रिफ्लेक्टर न होने पर कार्रवाई की। इसके साथ ही आठ गाडि़यां सीज भी किया गया। तीन दिन चले संयुक्त अभियान के दौरान सात शहरों में सबसे ज्यादा ट्रैफिक नियम तोड़ने में सबसे आगे देहरादून के लोग ही रहे। भारवाहनों के ओवरलोडिंग में चालान किए गए। आरटीओ के अनुसार यह अभियान आगे भी जारी रखा जाएगा।
सड़क सुरक्षा को लेकर परिवहन आयुक्त के निर्देश के बाद परिवहन विभाग, पुलिस, वन विभाग और वाणिज्य कर विभाग की ओर से संयुक्त अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान ओवरलोड करते हुए 15 व्हीकल के चालान किए गए। जिन्होंने क्षमता से अधिक लोगों को बैठाने पर कार्रवाई की है। तीन में कुल 177 व्हीकल चालकों पर कार्रवाई की और 08 व्हीकल सीज किए गए हैं। देहरादून संभाग में आरटीओ की टीम ने अभियान चलाया और कुल 502 व्हीकल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की। जिनमें 41 व्हीकल चालक तो ऐसे तो ओवरलोड भारवाहनों के चालान किए गए।
यहां चला अभियान
कुल सीज ओवरलोड
देहरादून - 177 - 08 - 15
हरिद्वार - 68 - 00 - 06
विकासनगर- 58 - 02 - 03
ऋषिकेश- 82 - 00 - 11
रुड़की - 62 - 03 - 05
टिहरी - 40 - 00 - 01
उत्तरकाशी - 15- 00- 00
-आरटीओ की टीम ने किए 177 लोगों के चालान
-पुलिस ने किए 85 व्हीकल चालकों के चालान
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तीन दिन बाद फिर चलेगा अभियान
आरटीओ एनफोर्समेंट संदीप सैनी ने बताया कि टू-व्हीलर और कमर्शियल व्हीकल चालकों के खिलाफ अभियान चलाने के बाद अब दुर्घटनाओं से बचाव को लेकर अभियान चलाया जाएगा। जिनमें रैश ड्राइविंग और ट्रिपलिंग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
यह भी मामला आया सामने
तीन दिन चले अभियान के दौरान आरटीओ और पुलिस टीम ने जांच में पाया कि कई बार गलत नम्बर लगाकर भी लोडिंग व्हीकल दौड़ रही होती है। इनमें कई गाडि़यों के नम्बर तो ऐसे भी होते है जो इतने धुंधले होते है वह दिखाई नहीं देते है। ऐसे में कोई भी दुर्घटना की स्थिति में इन्हें पकड़ पाना नामुमकिन हो जाता है।
रिफ्लेक्टर न होने के कारण होते हैं हादसे
आरटीओ के अनुसार कई गाडि़यों में रिफ्लेक्टर न होने पर धुंध और अंधेरे में पीछे से आ रही गाडि़यों को आगे की गाड़ी दिखाई नहीं देती है। इसके कारण अक्सर गंभ्रीर दुर्घटनायें हो जाती हैं। टीम ने इनके खिलाफ भी लगातार अभियान चलाया जाएगा।
तीन दिन चले अभियान में पुलिस, वन विभाग और जीएसटी डिपार्टमेंट की ओर से सहयोग मिला। यह अभियान सुबह चलाया गया। जिससे सुबह मनमाफिक तरीके से दौड़ रहे व्हीकल चालकों पर कार्रवाई की जा सके।
संदीप सैनी, आरटीओ एन्फोर्समेंट देहरादून