- मंदिर समिति ने सितंबर तक यात्रा न शुरू करने की कही बात

UTTARKASHI: गंगोत्री और यमुनोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के सीमित संख्या में यात्रा शुरू करने के आदेश के औचित्य पर सवाल उठाए। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल खत्म होने तक इन धामों की यात्रा शुरू नहीं की जानी चाहिए। सुरक्षा का हवाला देते हुए तीर्थ पुरोहितों ने यात्रा का विरोध करने का ऐलान किया।

यात्रा का करेंगे विरोध

गुरुवार को बड़कोट के एसडीएम सोहन सिंह सैनी की अध्यक्षता में तीर्थ पुरोहितों की बैठक हुई। पांच पंडा समिति और यमुनोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने इसमें शिरकत की। बैठक में तीर्थ पुरोहितों ने तर्क दिया कि राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में यात्रा संचालन करना पर्वतीय इलाकों के लोगों का जीवन खतरे में डालने जैसा है। एसडीएम ने तीर्थ पुरोहितों से स्वास्थ्य सुरक्षा के मानकों के आधार पर यात्रा का संचालन शुरू करने में सहयोगी करने की अपील की, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं दिखे। पांच पंडा समिति यमुनोत्री के अध्यक्ष वेद प्रकाश उनियाल ने कहा कि धाम में पंडा पुरोहित निरंतर पूजा अर्चना कर रहे हैं। ऐसे निर्णय से पंडा समाज और पुजारियों को कोरोना संक्रमण हो सकता है जिससे धाम की पूजा करने में व्यवधान पैदा हो जाएगा। इसलिए सितंबर से पहले सरकार को यात्रा संचालन करने को सोचना भी नहीं चाहिए।