- चिनूक ने पौकलैंड मशीन, टिप्पर और ट्रैक्टर के पा‌र्ट्स पहुंचाए केदारनाथ

- उत्तरकाशी में वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों से अफसरों ने चीन सीमा का लिया जायजा

RUDRAPRAYAG: वायु सेना के हेलीकॉप्टर चिनूक ने दूसरे दिन मशीनों के छह टन वजनी पा‌र्ट्स गौचर हवाई पट्टी से केदारनाथ धाम पहुंचाए। इनमें पोकलैंड मशीन, टिप्पर व टै्रक्टर के पा‌र्ट्स शामिल हैं। शुक्रवार को भी पा‌र्ट्स केदारनाथ धाम पहुंचाए जाएंगे।

गौचर हवाई पट्टी से भरी उड़ान

बुधवार को केदारनाथ हेलीपैड पर एक प्राइवेट कंपनी का हेलीकॉप्टर खराब हो जाने से चिनूक की उड़ान स्थगित करनी पड़ी थी। हालांकि, गुरुवार को चिनूक ने फिर मशीनों के भारी-भरकम पा‌र्ट्स केदारनाथ पहुंचाए। दो राउंड में वह तीन-तीन टन वजन लेकर गौचर हवाई पट्टी से उड़ा। हेलीकॉप्टर ने पहली उड़ान सुबह नौ बजे और दूसरी साढ़े दस बजे भरी। हेलीकॉप्टर का संचालन विंग कमांडर सिद्धार्थ रावत के नेतृत्व में दस-सदस्यीय दल कर रहा है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि चिनूक अब तक मशीनों के 12 टन वजनी पा‌र्ट्स केदारनाथ पहुंचा चुका है।

उत्तरकाशी में वायुसेना ने सीमा का लिया जायजा

UTTARKASHI: वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर ने चीन सीमा का जायजा लिया। इससे पहले अफसरों ने चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी का भी निरीक्षण किया। लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए उत्तराखंड में भी सीमा पर सेना और आईटीबीपी सतर्क है। इसके अलावा वायुसेना भी सक्रिय है। गुरुवार को वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर और एक एएन-32 विमान चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर पहुंचा। कुछ देर हवाई पट्टी का निरीक्षण के करने बाद वायुसेना के अधिकारी हेलीकॉप्टर से नेलांग घाटी की ओर रवाना हुए। सूत्रों के अनुसार भविष्य में वायु सेना चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी का उपयोग आपातकालीन आपरेशन के अभ्यास के लिए कर सकती है।