-दून में तंबाकू के प्रोडक्ट्स में अचानक 10-15 परसेंट तक का उछाल

-लॉकडाउन की चर्चाएं को लेकर अचानक बढ़ने लगी डिमांड, रिटेल में बढ़ गए दाम

देहरादून, ट्यूजडे से अचानक दून शहर में तंबाकू के प्रोडक्ट में 10 से 15 परसेंट के रेट का उछाल देखने को मिला। सिगरेट, पान मसाला, तंबाकू जैसे प्रोडक्ट में बिना किसी वजह से अचानक रेट बढ़ गए। बताया जा रहा है कि फुटकर दुकानदारों व खरीदारों के बीच लॉकडाउन की चर्चाएं जोरों पर हैं। जिस कारण लोगों ने ज्यादा मात्रा में खरीद करनी शुरू कर दी। जिससे अचानक डिमांड बढ़ने के साथ रेट भी बढ़ा दिए गए हैं। लेकिन, होलसेल डीलर्स की मानें तो इन रेट्स में उछाल फुटकर दुकानदारों, सेल्समैन व खरीदारों के बीच चर्चाओं के कारण सामने आए हैं।

दून में खपत::

-सिगरेट---50-60 लाख स्टिक्स।

-गुटखा पाउच--15-20 लाख पाउच।

अब खुद कंपनियों करती हैं सप्लाई

दून में तंबाकू के प्रोडक्ट की खासी खपत है। होल सेल डीलर्स के अनुसार दून सिटी में हर महीने 50-60 लाख तक तमाम ब्रांड के सिगरेट की खपत हुआ करती है। जबकि गुटखा की बात की जाए तो हर माह 15-20 लाख तक पाउच की सेल है। ऐसे ही तंबाकू भी 5-10 लाख तक हर माह है। बताया जा रहा है कि ये ग्राफ साल दर साल बढ़ रहा है। पहले दून में दूसरे स्टेट्स से सप्लाई हुआ करती थी। लेकिन अब खुद तंबाकू कंपनियां दून में ही अपनी सप्लाई किया करती हैं।

खरीदार ज्यादा मात्रा में खरीदने लगे प्रोडक्ट्स

कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे व लॉकडाउन की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं। ऐसे में अचानक तंबाकू के प्रोडक्ट्स में भी अचानक ट्यूजडे से उछाल देखने को मिला है। छोटे-छोटे फुटकर दुकानदार व सेल्समैन ने तंबाकू के प्रोडक्ट में 10-15 परसेंट तक की उछाल कर दी है। अचानक रेट बढ़ाए जाने के पीछे रिटेल दुकान कह रहे हैं कि होलसेल से सप्लाई कम कर दी गई है, जिस कारण रेट बढ़ गए हैं। वहीं, होलसेल व डीलरों का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है, जो नए रेट्स रिटेल दुकानों में बढ़ाए गए हैं। वह उन्हीं के स्तर से बढ़ाए गए हैं। एमएन एजेंसी के ओनर नवीन गुप्ता कहते हैं कि अचानक कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं। इसको देखते हुए खरीदार भी बड़ी मात्रा में खरीदारी कर रहे हैं।

कंपनी ने नहीं बढ़ाए कोई रेट्स

नवीन गुप्ता कहते हैं कि कोई भी तंबाकू निर्माता कंपनी ओवर रेट नहीं चाहती है। जिससे कंपनी का ब्रांड बदनाम हो। कहते हैं कि डिमांड के एवज में कंपनी की ओर से सीमित संख्या में सप्लाई हुआ करती है। कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन की चर्चाएं जोर पकड़ने लगी तो डिमांड भी बढ़ जाने से प्रतिपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिससे ओवर प्राइसिंग हो रही है। जबकि सच्चाई ये है कि किसी भी तंबाकू निर्माता कंपनी की ओर से कोई रेट्स नहीं बढ़ाए गए हैं।

लॉकडाउन में दोगुने दाम पर तंबाकू प्रोडक्ट्स

गत वर्ष 2020 में लॉकडाउन के कारण भी तंबाकू के प्रोडक्ट्स में जबरदस्त उछाल देखने को मिला था। उस वक्त वजह दूसरी थी। प्रोडक्शन कम होने से डिमांड बढ़ी तो रेट्स बढ़ गए। लॉकडाउन के दौरान ने पांच रुपए वाला गुटखा का पाउच 10 रुपए और तंबाकू का पाउच बीस रुपए तक बिका। सिगरेट भी दोगुने दाम पर बिके।