देहरादून, ब्यूरो:
महानगर सिटी बस यूनियन की ओर से इस बावत सीएम, परिवहन मंत्री, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर व सचिव आरटीओ को ज्ञापन सौंपा गया है। दरअसल, सरकार अब सिटी को पोल्यूशन फ्री बनाने के लिए डीजल से युक्त 10 साल पुरानी बसों को शहर से बाहर करने की तैयारी कर रही है। इस बावत दिल्ली एनसीआर तक इसको लेकर प्रयास तेज कर दिए हैं। अब उत्तराखंड में इसको लेकर एक्सरसाइज शुरू कर दी गई है। इसको देखते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानि महानगर सिटी बस यूनियन ने भी रजामंदी दिखाई है। लेकिन, यह भी स्पष्ट किया है कि सरकार प्रदूषण मुक्त शहर बनाने के लिए सीएनजी बसें चलाने की तैयारी करती है तो सिटी बस यूनियन भी इसके लिए तैयार है।

सीएनजी
महानगर सिटी बस यूनियन का मानना हैै कि स्मार्ट सिटी की इलेक्ट्रिक बसों की तर्ज पर उन्हें भी सीएनजी बसों में सब्सिडी मुहैया कराई जाए। महानगर सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष विजय बर्धन डंडरियाल का कहना है कि सीएनजी की 25 सीटर बस की कीमत करीब 25 लाख आंकी गई है। जिसमें सब्सिडी के तौर पर 12.50 लाख रुपए की सब्सिडी सरकार की ओर से मिले। इसके अलावा वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत सिटी बस संचालकों को 4 परसेंट लोन ब्याज की दर पर भी लोन दिया जाए। सरकार की ओर से इस पर विचार होता है तो वे वर्तमान में चल रही सिटी बसों के स्थान पर सीएनजी बसें संचालित करने को तैयार हैं।

बॉक्स
घट गई सिटी बसों की संख्या
कोविडकाल से पहले जहां दून में सिटी बसों की संख्या 270 हुआ करती थी। अब उनकी संख्या महज 170 तक सिमट कर रह गई है। जबकि, दून सिटी में 319 बसों का परमिट मौजूद है। इसके पीछे बस संचालकों का मानना है कि कोविडकाल के बाद अचानक पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानि सिटी बसों के कारोबार पर असर पड़ा है। संचालकों के सामने रोजी रोटी तक का संकट खड़ा हो रहा है। ऐसे में सीएनजी की बसें शुरू होती हैं तो काफी हद तक इस व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को लाभ मिल सकता है।

दून में सिटी बसों पर एक नजर
-सिटी बसों के परमिट मंजूर---319
-कोविड से पहले चलने वाली सिटी बसों की संख्या---279
-वर्तमान में चल रही हैं केवल--170
-रोजाना एक से सवारी सफर करते हैं ---250
-सिटी एरियाज में सिटी बसों के संचालन का दायरा---25 किमी

यूनियन का दावा, सीएनजी बसों से होगा लाभ
-दून सिटी में कम होगा पोल्यूशन
-बसों से जुड़े हजारों लोगों का भी सेफ रहेगा रोजगार।
-एक सिटी बस से जुड़े हैं करीब 9 से 10 परिवार।

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वर्जन:::
फिलहाल किसी भी यूनियन की ओर से सिटी बसों के तौर पर सीएनजी बसें चलाने का कोई प्रपोजल नहीं आया है। किसी भी यूनियन या संगठन की ओर से ये प्रस्ताव आता है तो उस पर जनहित में विचार किया जाएगा।
चंदन राम दास, परिवहन मंत्री।

शहर में प्रदूषण को कम करने के लिए महानगर सिटी बस यूनियन सीएनजी बसें चलाने को तैयार है। लेकिन, इसके लिए सरकार को इलेक्ट्रानिक बसों के तौर पर सब्सिडी देनी चाहिए।
विजय वर्धन डंडरियाल, अध्यक्ष, महानगर सिटी बस

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