-गवर्नमेंट स्कूलों में ऑफलाइन क्लासेज में पहुंच रहे एवरेज स्टूडेंट्स

-प्राइवेट स्कूल दोबारा ऑनलाइन मोड की तरफ, पैरेंट्स और स्टूडेंट्स नहीं ले रहे इंट्रेस्ट

देहरादून,

कोरोनाकाल में स्कूलों में ऑफलाइन क्लासेज चलाने का स्टेट गवर्नमेंट का निर्णय गवर्नमेंट स्कूलों के लिए ही फायदेमंद साबित हो रहा है। प्राइवेट स्कूलों में स्टूडेंट्स ऑफलाइन की जगह ऑनलाइन क्लासेज लेने में ही इंट्रेस्ट दिखा रहे हैं। गवर्नमेंट स्कूलों में अटेंडेस 30 परसेंट के आसपास पहुंच रही है। जबकि प्राइवेट स्कूल ऑफलाइन क्लासेज चलाने के बाद दोबारा ऑनलाइन क्लासेज मोड पर आ गए हैं।

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम ने किया रियलिटी चेक

कोविड 19 के संक्रमण के दौरान बोर्ड के स्टूडेंट्स के लिए स्टेट गवर्नमेंट ने स्कूल में ऑफलाइन क्लासेज चलाने का निर्णय तो ले लिया लेकिन पैरेंट्स, स्टूडेंट्स अभी भी स्कूल कैंपस में पहुंचने से बच रहे हैं। वेडनसडे को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने दून के कई स्कूलों में रियलटी चेक किया तो गवर्नमेंट स्कूलों में स्टूडेंट्स क्लासरूम में पढ़ाई करते हुए नजर आए। गवर्नमेंट स्कूलों में 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को दो शिफ्ट में स्कूल बुलाया जा रहा है। 10वीं के स्टूडेंट्स 9.30 से 12.30 तक और 12वीं के स्टूडेंट्स 12.30 से 3.30 बजे तक क्लास दे रहे हैं। वेडनसडे को जीजीआईसी राजपुर रोड, जीजीआईसी लक्खीबाग में 30 परसेंट से ज्यादा स्टूडेंट्स की अटेंडेंस मिली। जीजीआईसी राजपुर रोड की प्रिंसिपल प्रेमलता बौड़ाई ने बताया कि जो स्टूडेंट्स लॉॅकडाउन में ऑनलाइन क्लासेज ले रहे थे, वही स्टूडेंट्स ऑफलाइन क्लासेज ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स की अटेंडेंस शुरुआत से इसी नंबर के आसपास है, टीचर ऑफलाइन के बाद ऑनलाइन क्लासेज भी दे रहे हैं। एडेड स्कूल लक्ष्मण विद्यालय में भी स्टूडेंट्स की एवरेज अटेंडेंस हो रही है। लक्ष्मण विद्यालय के प्रिंसिपल रामलखन गैराला ने बताया कि उनके स्कूल में स्टूडेंट्स की अटेंडेंस में पहले से सुधार है। स्कूल में क्लासरूम में स्टूडेंट्स को पूरी सावधानी और गाइडलाइन को फॉलो करते हुए पढ़ाया जा रहा है। जो स्टूडेंट्स स्कूल नहीं आ रहे हैं, उन्हें व्हाट्सएप या ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है।

ऑफलाइन नहीं ऑनलाइन ही मंजूर

इधर प्राइवेट स्कूल एक बार फिर ऑनलाइन क्लासेज मोड पर पहुंच गए हैं। प्राइवेट स्कूलों में अटेंडेंस 10 परसेंट से भी कम है। दून इंटरनेशनल स्कूल के प्रिंसिपल दिनेश बर्तवाल ने बताया कि पैरेंट्स और स्टूडेंट्स कैंपस आने में इंट्रेस्ट नहीं दिखा रहे हैं। डीआईएस सिर्फ 9 दिन ही ऑफलाइन मोड में चलाया गया। जिसे अब दोबारा ऑनलाइन कर दिया गया है। पीपीएसए के सीनियर वाइस प्रेजीडेंस डीएस मान ने बताया कि कोरोना के बढ़ते केस के कारण पैरेंट्स और स्टूडेंट्स में डर का माहौल है। जिस वजह से स्टूडेंट्स की अटेंडेंस बहुत कम है। उन्होंने बताया कि प्राइवेट स्कूल एक बार फिर से ऑनलाइन मोड में चलाए जा रहे हैं।

गवर्नमेंट स्कूलों में अटेंडेंस एवरेज है, जो कि 30 परसेंट के आसपास है, जबकि प्राइवेट स्कूलों में अटेंडेंस बहुत कम बताई जा रही है। गवर्नमेंट के आदेशों के अनुरूप ही स्कूलों को गाइडलाइन फॉलो करने के निर्देश दिए गए हैं।

आशारानी पैन्यूली, सीईओ, देहरादून

कोरोना के केस बढ़ने के साथ ही पैरेंट्स में डर नजर आने लगा है। जिसका असर स्कूलों में अटेंडेंस पर नजर आ रहा है। शुरुआत में स्कूलों में स्टूडेंट्स पहुंचने लगे थे, लेकिन अब धीरे-धीरे स्टूडेंट्स की संख्या ओर भी कम हो रही है। प्राइवेट स्कूल एक बार फिर ऑनलाइन मोड में जा रहे हैं।

डीएस मान, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट, पीपीएसए