-फ्लैग- क्लाइमेट क्लॉक के मुताबिक ग्लोबल वार्मिंग तक पहुंचने में लगेंगे 6 साल 58 दिन

- ऊर्जा निगम के इंजीनियरों ने तैयार की क्लाइमेट क्लॉक, 10 इंजीनियर थे टीम में शामिल

देहरादून (ब्यूरो): क्लाइमेट क्लॉक के मुताबिक ग्लोबल वार्मिंग तक पहुंचने में 6 साल 58 दिन लगेंगे। यह क्लाइमेट क्लॉक निगम के इंजीनियरों ने ट्यूजडे को ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में इनर्जी स्वराज फाउंडेशन और ग्राफिक एरा डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के ओर से आयोजित स्टेट लार्जेस्ट क्लाइमेट क्लॉक असेम्बली एंड डिस्पले इवेंट में तैयार की है। निगम के एमडी अनिल कुमार ने इस उपलब्धि के लिए टीम में शामिल सभी इंजीनियरों को बधाई दी है।

जलवायु परिर्वतन बड़ी चुनौती
इवेंट में आए वैज्ञानिकों के मुताबिक दुनिया के लिए जलवायु परिवर्तन बहुत बड़ी चुनौती है। इसकी वजह से मौसम में अनियमित पैटर्न और अन्य जलवायु संबंधी आपदाओं का सामना पूरी दुनिया के लोग कर रहे हैं। शोध में सामने आए रिजल्ट के बाद वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी का तापमान बहुत तेजी से बढ़ रहा है। ताजा शोध में बताया गया है कि 2030 तक तापमान में 1.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा, जिसका सभी पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। यह बदलाव अपने साथ कई बड़े बदलावों को लेकर आएगा। इसके लिए अभी से जागरूक होना जरुरी है।

2030 में बंद हो जाएगी क्लाक
सोलर मैन के नाम से विख्यात और इनर्जी स्वराज फाउंडेशन के संस्थापक प्रो। चेतन सिंह सोलंकी ने बताया कि क्लाइमेट क्लॉक इस बात की याद दिलाएगी कि ग्लोबल वार्मिंग तक पहुंचने में कितना समय बचा है। इसके मुताबिक सिर्फ छह साल 58 दिन में धरती का तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा। इसका सीधा असर पर्यावरण और धरतीवासियों के जीवन पर पड़ेगा और 2030 में तय समय के बाद यह घड़ी बंद हो जाएगी। खास बात यह है कि 1.5 डिग्री तापमान बढ़ोत्तरी के विपरीत उत्तराखंड अब तक तापमान 1.17 बढ़ चुका है। इस उपलब्धि के लिए इवेंट में राज्य के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत टीम को प्रोत्साहित कर सम्मानित किया।

ये अभियंता थे टीम में शामिल
ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता मुख्यालय प्रदीप कुमार पंत और जीएम एचआर डीएस खाती द्वारा चयनित 10 सदस्यीय टीम में सहायक अभियंता संजना भंडारी, दीक्षा पांडेय, पूजा पंत, सविता थपलियाल, रश्मि सिंह, कल्पना डोभाल, निशा, इति गोस्वामी, अर्चित वर्मा और अवर अभियंता करिश्मा कपूर शामिल थे।

जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता के साथ ही नवीनीकरण ऊर्जा के स्रोतों को प्रयोग में लाया जाना चाहिए। इस क्लाइमेट क्लॉक को निगम मुख्यालय में लगाई जाएगा। इस उपलब्धि के लिए दल में शामिल सभी सदस्यों को 15 अगस्त को पुरस्कत किया जाएगा।
अनिल कुमार, एमडी, ऊर्जा निगम
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