- तीन के शव बरामद, ग्यारह अन्य लापता, तीन गंभीर रूप से जख्मी

- प्रभावित गांवों में पहुंचने के रास्ते टूटने के कारण रेस्क्यू टीमें बामुश्किल पहुंचीं

HALDWANI: कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ जिले में रविवार मध्य रात्रि जबरदस्त बारिश कहर बनकर टूटी। यहां बंगापानी तहसील के टांगा और गैला गांव में बादल फटने से कई मकान जमींदोज हो गए। मलबे में 14 लोग जिंदा दफन हो गए। इनमें से तीन शव बरामद कर लिए गए, जबकि 11 की खोजबीन की जा रही है। तीन अन्य लोग घायल हो गए। बारशि और भूस्खलन के चलते चीन सीमा से जोड़ने वाले सभी मार्ग बंद हो गए हैं। घास काटने गई एक महिला भी घर नहीं लौटी, उसके बरसाती नाले के उफान में बहने की आशंका जताई जा रही है। परिजन उसकी तलाश में जुटे हैं। इधर, चम्पावत जिले में टनकपुर-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे का कुछ हिस्सा खाई में समा गया। इससे दर्जनों वाहन फंस गए। बागेश्वर में पांच सड़कें चार दिन से बंद हैं।

पहाड़ी से आया मलबा

पिथौरागढ़ के गांवों में बादल फटने की घटना रात करीब पौने दो बजे की है। गैला गांव में तीन मकान पहाड़ी से आए मलबे में दब गए। इसमें रह रहे एक ही परिवार के तीन लोगों शेर सिंह, उनकी पत्‍‌नी गोविंदी देवी और बेटी ममता की मलबे में दबकर मौत हो गई। पास ही के दो अन्य मकानों में रह रहे तीन लोग घायल हो गए। रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने तीनों के शव मलबे से निकाल लिए थे। बंगापानी तहसील के ही टांगा मुनियाल गांव में भी बादल फटने के बाद पहाड़ी से आबादी की तरफ आए पानी और मलबे की चपेट में आकर तीन मकान ध्वस्त हो गए। इनमें रह रहे 11 लोग मलबे में दफन हो गया। इनका अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। इस गांव तक पहुंचने वाले रास्ते टूटने की वजह से एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व, आपदा प्रबंधन टीम के रेस्क्यू के लिए पहुंचने का सिलसिला दोपहर बाद शुरू हो सका। कुछ टीमें शाम पहुंची। कुछ दूरी पर स्थित मदकोट गांव में भी दो मकान ध्वस्त हुए हैं। इनमें तीन पशु मलबे में दब गए हैं। दोनों परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है। सिरतोला गांव में तीन मकान मलबे में दब गए हैं। इनमें रह रहे परिवार बाल-बाल बचे। कुछ देर पहले ही वह मकान से बाहर सुरक्षित स्थान पर आ गए थे।

ये हैं लापता

जीत राम, पार्वती देवी, रोशन कुमार, माधो सिंह, तुलसी देवी, हीरा देवी, दिव्यांशु, लक्की, पुष्पा देवी, प्रतिमा देवी और खुशाल।

मध्यमेहश्वर परिसर में मलबा घुसा

दूसरी तरफ, गढ़वाल मंडल के रुद्रप्रयाग जिले में रविवार रात को भारी बारिश के दौरान द्वितीय केदार मध्यमेहश्वर के परिसर में पहाड़ी से आया मलबा और पानी भर गया। रात को पुजारी और मंदिर के कर्मचारियों ने भागकर सुरक्षित स्थान पर शरण ली। धाम में बने उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (उरेडा) के पावर हाउस को भी नुकसान पहुंचा है। उधर, दूसरे दिन भी नहीं खुला बदरीनाथ हाईवे सोमवार को भी बदरीनाथ हाईवे नहीं खुल पाया। पीपलकोटी के पास रविवार से अवरुद्ध है। हाईवे बंद होने से कई वाहन फंसे हुए हैं।