DEHRADUN: कृषि कानूनों को रद करने की मांग करते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को पूरे दमखम के साथ राजभवन कूच किया। पार्टी के इस शक्ति प्रदर्शन में महिला कांग्रेस, महानगर कांग्रेस, युवा कांग्रेस, सेवादल और एनएसयूआई के कार्यकत्र्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हालांकि, पुलिस ने राजभवन से पहले ही हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर कांग्रेसियों को रोक दिया। बैरिकेडिंग पार करने के लिए कांग्रेसी काफी देर तक पुलिस के साथ धक्कामुक्की और नोकझोंक करते रहे। आखिर में प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने 50 से अधिक कांग्रेस नेताओें को गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन ले जाया गया। वहां से कुछ देर बाद सभी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। वहीं, पार्टी के इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शामिल नहीं हुए।

कृषि कानून रद करने की मांग

राजभवन कूच के लिए पार्टी के नेता और कार्यकत्र्ता सुबह करीब 10 बजे से ही राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन पहुंचने लगे थे। दोपहर करीब 12 बजे प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और नेता प्रतिपक्ष डॉ। इंदिरा हृदयेश के नेतृत्व में कांग्रेसियों का हुजूम कृषि कानूनों को रद करने की मांग करते हुए सड़क पर उतरा। इसके साथ ही कांग्रेस मुख्यालय के आसपास की सड़कें कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं से पट गईं। करीब डेढ़ बजे कांग्रेसियों का हुजूम हाथीबड़कला पहुंचा। यहां उन्हें रोकने के लिए पुलिस बल पहले से ही बैरिकेडिंग लगाकर मुस्तैद था। कांग्रेसी आगे जाने के लिए बैरिकेडिंग पर चढ़ गए, लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चली। इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बैरिकेडिंग तोड़ने की भी कोशिश की।

मोदी सरकार पर बोला हमला

राजभवन कूच से पहले कांग्रेस मुख्यालय में सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश का किसान कराह रहा है और केंद्र सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही। 51 दिन से किसान दिल्ली की सीमाओं पर कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे आंदोलनरत हैं। इस आंदोलन में अब तक 70 किसान अपनी जान कुर्बान कर चुके हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को अपनी नाक का सवाल बना रखा है।