ROORKEE: महाशिवरात्रि स्नान के लिए बस से हरिद्वार जा रहीं दो महिलाओं समेत तीन में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिसके बाद यात्रियों से भरी दो बसों को वापस लौटा दिया गया। बॉर्डर पर चार स्थानों पर कोविड जांच के लिए शिविर लगाए गए थे, जिसमें 10 हजार यात्रियों की कोविड जांच हुई, जबकि 52 हजार यात्रियों की थर्मल स्क्री¨नग की गई।

जांच के लिए लगाए थे शिविर

स्नान पर्व को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से विनय विशाल हेल्थकेयर हॉस्पिटल और प्रिफर्ड पैथोलॉजी लैब की ओर से नारसन बॉर्डर, काली नदी बॉर्डर, मंडावर बॉर्डर और लखनौता चौराहे पर कोविड-19 जांच शिविर लगाए गए थे। विनय विशाल हेल्थ केयर हॉस्पिटल एवं प्रिफर्ड पैथोलॉजी के निदेशक डॉ। विशाल घई ने बताया कि चारों बॉर्डर के जांच शिविर में 10 हजार से अधिक यात्रियों की एंटीजन जांच हुई है। इसमें हनुमानगढ़ राजस्थान से आई श्रद्धालुओं से भरी बस में सवार दो महिलाओं में कोविड-19 की पुष्टि हुई। दोनों महिलाओं की आरटीपीसीआर जांच भी कराई गई, उसमें भी दोनों ही महिलाएं पॉजिटिव आई। इनमें एक महिला हनुमानगढ़ और दूसरी सिरसा की रहने वाली है। बस में दो महिलाओं के कोविड पॉजिटिव आने से प्रशासन ने उनकी बस को वापस कर दिया। इसके अलावा शाम के समय भी राजस्थान पोंग निवासी एक व्यक्ति कोविड पॉजिटिव आया है। बस में सवार सभी यात्री पोंग राजस्थान के रहने वाले थे। बस को वापस लौटा दिया गया है। शिविर में 52 हजार यात्रियों की थर्मल स्क्री¨नग की गई है।