- कोविड की गाइडलाइन को व्यवहारिक बनाने की मांग कर रहे हैं होटल संचालक

MUSSOORIE/NAINITAL: कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहे होटल संचालकों ने सरकार से मांग की है कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की क्वारंटीन अवधि सात दिन से घटाकर तीन दिन की जाए। नैनीताल में होटल संचालकों ने चेतावनी दी कि यदि कोविड की गाइडलाइन को व्यवहारिक न बनाया गया तो वे अनिश्चत काल के लिए होटल बंद कर देंगे।

होटल संचालकों की हुई बैठक

उत्तराखंड होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप साहनी के अनुसार, ज्यादातर होटल-रेस्तरां बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। ऐसे में सरकार को जल्द ही आर्थिक सहायता पर विचार करना चाहिए। गुरुवार को नैनीताल में होटल संचालकों ने बैठक का आयोजन किया। नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह ने मौजूदा हालात पर पर चिंता जताई। होटल संचालकों ने मांग की कि बिजली के फिक्सड चार्ज छूट मार्च 2021 तक छूट दी जाए। इसके अलावा बिजली, पानी व हाउस टैक्स पर 2021 तक छूट देने के साथ ही कारोबारियों को ब्याज मुक्त ऋण दिया जाए। साह ने कहा कि होटल-रेस्टोरेंटकर्मचारियों का वेतन भी सरकार को देना चाहिए।

टेस्ट का खर्चा उठाए सरकार

मसूरी में उत्तराखंड होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप साहनी ने बताया कि मसूरी में 40 से ज्यादा होटलों में कोविड की गाइडलाइन के अनुसार तैयारियां कर ली गई हैं। इसी तरह नैनीताल में भी सिर्फ तीन-चार होटल ही चल रहे हैं, जबकि हरिद्वार व देहरादून में 25 से 30 प्रतिशत होटल खुल रहे हैं। उन्होंने मांग की उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के कोरोना टेस्ट का खर्च भी सरकार उठाए। मसूरी और नैनीताल आने वाले पर्यटक तीन या चार दिन के अवकाश पर आते हैं, ऐसे में सात की दिन की क्वारंटीन अवधि के कारण वे यहां आने में कतरा रहे हैं। मसूरी होटल एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश नारायण माथुर सवाल उठाते हैं कि यदि पर्यटक सात दिन क्वारंटीन रहेगा तो यहां सैर कब करेगा। इस कारण पर्यटक उत्तराखंड नहीं आ रहे हैं।