RUDRAPRAYAG: रुद्रप्रयाग वन प्रभाग ने उत्तरी जखोली के उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिम तेंदुआ समेत अन्य दुर्लभ वन्य जीवों की निगरानी एवं संरक्षण के लिए आठ सोलर ट्रैप कैमरा लगाए हैं। इससे शीतकाल के दौरान हिम तेंदुआ की सक्रियता संबंधी जानकारी वन विभाग को मिल सकेगी।

तेंदुओं की गिनती में होगी आसानी

शीतकाल के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों से हिम तेंदुआ समेत दुर्लभ प्रजाति के अन्य जीव-जंतु काफी नीचे आ जाते हैं। इससे इनकी गणना करना आसान भी हो जाता है। इसी के मद्देनजर रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार के नेतृत्व में 12-सदस्यीय दल ने चार दिन तक उत्तरी जखोली रेंज के दूरस्थ क्षेत्र में पेट्रो¨लग की। दल ने रणधार से धारकुड़ी होते हुए 26 किमी लंबे पंवालीकांठा टै्रक और उसके आसपास के बुग्यालों (मखमली घास का मैदान) का अध्ययन भी किया। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग से लगे इस सेंचुरी क्षेत्र में दुर्लभ वन्य जीवों के साथ औषधीय वनस्पतियों का भी भंडार है। इसलिए टीम ने हिम तेंदुओं की निगरानी व संरक्षण के लिए आठ अलग-अलग स्थानों पर सोलर सिस्टम आधारित आठ ट्रैप कैमरा लगाए हैं। इन कैमरों में एकत्रित डेटा के जरिये हिम तेंदुओं की वास्तविक संख्या का पता लग सकेगा। डीएफओ वैभव कुमार ने बताया कि पेट्रो¨लग का मुख्य उद्देश्य वन एवं वन्य जीवों के प्रति आमजन को जागरूक करना है।