शटर तोड़कर माल साफ

मूल रूप से सहारनपुर निवासी ललित वर्मा पिछले पांच साल से इंदिरा इनक्लेव ऋषि विहार में परिवार समेत रह रहे हैं। उनकी मेहूंवाला में श्री बाला जी के नाम से ज्वेलरी शॉप है। संडे को छुट्टी के कारण वे दुकान पर नहीं गए, लेकिन मंडे सुबह को पड़ोसी दुकानदारों ने उन्हें फोन पर सूचना दी कि उनकी दुकान का शटर टूटा हुआ है। ललित जब मौके पर पहुंचे तो दुकान का हाल देख दंग रह गए। चोर दुकान का शटर नीचे से उठाकर अंदर रखी करीब आठ से नौ लाख की ज्वेलरी के साथ करीब अस्सी हजार की नगदी साफ कर चुके थे। देखते ही देखते मौके पर भारी भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने फिंगर एक्सपर्ट की मदद से मौके से साक्ष्य जुटाए। पीडि़त की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

राजपुर में फिर हुई चोरी

उधर, राजपुर में भी चोरी की घटना सामने आई है। असल में, बीना भïट्ट निवासी विला नंबर 92 राजपुर रोड ने घर में पुताई के लिए सलीम पुत्र रहीस निवासी कोटा कादर थाना कीर्तिपुर विहार को मजदूरी पर रखा हुआ था। संडे दोपहर को वह सलील के भरोसे घर छोड़कर बाजार चली गई। लेकिन कुछ समय बाद लौटकर आई तो घर का हाल देख हैरान रह गई। बेडरूम में रखी गोदरेज का ताला टूटा हुआ था और सामान बिखरा हुआ था। सलीम गोदरेज में रखी सोने के कंगन, कान का बालियां, हीरे की अंगूठी सहित करीब ढ़ाई लाख रुपए की ज्वैलरी पर हाथ साफ कर भाग निकला। पुलिस ने बताया कि आरोपी सलीम की धरपकड़ के लिए प्रयास जारी हैैं। जल्द ही उसे धर दबोच लिया जाएगा।

 

गन्ने के खेत में मिले ज्वेलरी के डिब्बे

श्री बाला जी ज्वेलरी शॉप से चोरी की गई ज्वेलरी के डिब्बे पास ही स्थित एक गन्ने के खेत से बरामद किए गए हैैं। ऐसे में माना जा रहा है कि चोर ने घटना को बड़े आराम से अंजाम दिया है। उन्होंने सबसे पहले दुकान का शटर तोड़ा और फिर ज्वेलरी बाक्स को लेकर गन्ने के खेत में बैठकर आराम से डिब्बों से ज्वेलरी को निकाला और फिर भाग निकले, लेकिन हद बात यह है कि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। जबकि पुलिस इस क्षेत्र में रात्रि गश्त करने का दावा करती है।

बौखलाई पुलिस

पटेल नगर और राजपुर में चोरी की ताबड़तोड़ वारदातें हो रही हैैं, लेकिन पुलिस के लाख प्रयासों के बाद भी घटना रुकने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में पुलिस भी बौखला गई है। इसका नजारा श्री बाला जी ज्वेलरी शॉप में चोरी का जायजा लेने के दौरान भी दिखाई दिया। असल में, पुलिस पीडि़त पक्ष पर चोरी की रकम छुपाने के लिए दबाव बनाने में कामयाब न हो सकी। स्थिति यह हो गई मौके पर पहुंचे पुलिस जवान ने मन की होती न देख पीडि़त पक्ष को ही देख लेने की धमकी तक दे डाली। पटेल नगर की पुलिस का ये पहला कारनामा नहीं है जिसमें वारदात को छिपाने का प्रयास किया गया। इससे पहले मोहब्बेवाला स्थित प्रसिद्ध सांई मंदिर में हुई लाखों की चोरी भी पुलिस पी गई थी। लेकिन मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस को बैकफुट पर आकर केस दर्ज करना पड़ा था। उस वारदात को कई महीने का समय बीत चुका है, लेकिन कागजी घोड़े दौड़ा रही दून पुलिस इस केस को आजतक वर्क आउट नहीं कर सकी है।