देहरादून (ब्यूरो) पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आह्वान पर प्रस्तावित सचिवालय कूच के लिए कर्मचारी सुबह नौ बजे ही दून के परेड ग्राउंड में कार्मिक जुटने शुरू हो गए थे। कूच में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से भी संगठन के पदाधिकारी पहुंचे थे। यहां से दोपहर दो बजे करीब तीन हजार अधिकारियों-कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु, प्रांतीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली, प्रांतीय महामंत्री मुकेश रतूड़ी के नेतृत्व में रैली के रूप में सचिवालय के लिए कूच किया। इससे पहले परेड ग्राउंड में कार्मिकों ने जनसभा भी की।

तीन बजे रैली को रोका

दूसरी तरफ, रैली में भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए व्हाइट हाउस के निकट बैरिकेडिंग लगाकर पहले से तैयारी कर रखी थी। एसपी सिटी सरिता डोबाल के नेतृत्व में सीओ नेहरू कालोनी, सीओ मसूरी और तीन प्लाटून पीएसी वहां तैनात कर दी गई थी। करीब साढ़े तीन बजे रैली वहां पहुंची तो पुलिस ने आगे बढऩे से रोक दिया।

ज्ञापन में हैं ये मांगें

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजे ज्ञापन में कार्मिकों ने कहा कि एक अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम शुरू की गई थी। इसका शुरुआत से सभी कर्मचारी संगठन विरोध कर रहे हैं। वर्ष 2005 के बाद सरकारी सेवा में नियुक्त कर्मचारी जब सेवानिवृत्त हुए तो 70-80 हजार रुपये वेतन के सापेक्ष पेंशन के रूप में उन्हें सिर्फ 1500 से 1700 रुपये प्राप्त हुए। नई पेंशन योजना के इस दुष्परिणाम से कार्मिक हताश हैैं। शेयर बाजार के जोखिम पर आधारित यह शोषणकारी पेंशन स्कीम है।

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