देहरादून, ब्यूरो:
नगर निगम के सभी वार्ड में ईएसएल कंपनी की ओर से शहर में स्ट्रीट लाइट लगाई गई। पुराने वार्ड में शुरुआत में स्ट्रीट लाइट लगाई गईं। इसमें 30 हजार पोल लगाने के साथ ही करीब 96 हजार सोडियम लाइट्स की जगह एलईडी लाइट लगवाई गईं। लेकिन, बरसात के दौरान अधिकांश स्ट्रीट लाइट्स खराब हो गईं, इन्हें ठीक कराने के लिए लगातार कंपनी से कंप्लेन की जा रही है, लेकिन, समस्या का हल नहीं हो पा रहा।

यहां -यहां बत्ती गुल
डोभालवाला
मेहंूवाला
मसूरी कॉलोनी
माउंट एनक्लेव कॉलोनी
चक्खुवाला
खुडबुड़ा मौहल्ला
इंदिरा कॉलोनी
रायपुर रोड
सरस्वती विहार
कैनाल रोड
लाडपुर
न्यू कैंट रोड
मंदाकिनी विहार
डीएल रोड

एक बार खराब तो नहीं होतीं ठीक
दून में स्ट्रीट लाइट का मेंटेनेंस देख रही कंपनी ईईएसएल के नंबर पर एक व्यक्ति ने 7 दिन पहले स्ट्रीट लाइट खराब होने के शिकायत दर्ज की। कंपनी की ओर से कई बार क्वेरी कर जानकारी भी ली गई। लेकिन, सात दिन बाद भी केवल क्वेरी के लिए ही फोन पहुंच रहे हैैं। लाइट दुरुस्त करने के लिए टीम नहीं पहुंच रही। जिसके कारण देर रात लोगों को फोन या गाड़ी की लाइट के सहारे चलना पड़ रहा है।


यहां स्ट्रीट लाइट न जलने के कारण घर के आस-पास अंधेरा पसरा रहता है। अंधेरा होने के कारण चोरों के साथ सांंप व दूसरे कीड़े-मकोड़ों का भी खतरा बना रहता है। हम बार-बार शिकायत कर रहे लेकिन, सही रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा।
पवन काटारिया

कई बार नगर निगम को फोन कर क्षेत्र की स्ट्रीट लाइट नहीं जलने की शिकायत कर चुके हैं। पार्षद को भी इसकी जानकारी दी गई। लेकिन, इसके बाद भी न तो नगर निगम और न ही कंपनी का कोई कर्मचारी जांच के लिए पहुंच रहा है।
राकेश रवि

कई बार नगर निगम के चक्कर काटने के बाद तब जाकर यहां स्ट्रीट लग पाई। लेकिन एक बार खराब होने के बाद अब तक यहां लाइट ठीक नहीं हो पाई। नगर निगम के अधिकारियों को चाहिए कि वे स्ट्रीट लाइट के रिपेयर करने वाली कंपनी पर निगरानी रखे।
धर्मसिंह रावत

यहां हमारे एरिया में लाइट न होने के कारण कई बार अंधेरे में बच्चों को जाना पड़ता है। पहले ही जगह-जगह निर्माण कार्य के कारण गड्ढे खुदे हुए हैं। इस पर बरसात के कारण यहां से निकलना मुश्किल हा रहा है। अंधेरे में अक्सर हादसों का खतरा बना है।
राजेन्द्र सिंह
dehradun@inext.co.in