Arresting in late night
एसटीएफ एसआई यशपाल सिंह बिष्ट को इस बाबत सूचना मिली थी कि नेहरू कॉलोनी थाना एरिया अंतर्गत नत्थनपुर का रहने वाला एक व्यक्ति लेपर्ड की खाल के साथ दिल्ली निकलने की तैयारी कर रहा है। सूचना की जानकारी तत्काल सीनियर ऑफिसर्स को दी गई। जिस पर एक टीम का गठन कर संदिग्ध तस्कर की तलाश शुरू कर दी गई। इस दौरान क्षेत्र का रहने वाला रविंद्र सिंह भंडारी अपने साथी के साथ एक बैग के साथ मेन रोड की तरफ निकला। उन्हें रोकने का प्रयास किया गया तो दोनों भागने लगे, एक तो अंधेरे में भाग निकला जबकि रविंद्र को टीम ने धर दबोचा। उसके पास मौजूद बैग को टीम ने अपने कब्जे में ले लिया।
दुर्लभ है snow leopard
बैग को खोलने पर वहां मौजूद तमाम एसटीएफ कर्मी हैरान रह गए। दरअसल, अंदर स्नो लेपर्ड की खाल एक कपड़े में लपेट कर रखी गई थी। आरोपी को कब्जे मे लेकर टीम नेहरू कॉलोनी थाने पहुंची, जहां रात के समय गहनता से पूछताछ की गई। उसने अपने साथी का नाम दीपक नेगी निवासी इंद्रप्रस्थ कॉलोनी बताया। पता लगा कि भाग निकला व्यक्ति शातिर तस्कर है और वह पहले भी कई बार वन्य जीव की तस्करी कर चुका है। स्नो लेपर्ड की खाल वही लेकर आया था।
हेमकुंड से लाई गई skin
दीपक नेगी हेमकुंड स्थित एक ढाबे पर काम करता था। जहां उसकी मुलाकात एरिया के उन कुख्यात लोगों से हुई जो वन्य जीव को मारकर उनकी खाल बेचने का काम करते हैं। बताया जा रहा है ये खाल अभी 15 दिन पूर्व ही उसके पास आई थी। जिसे दिल्ली में बेचा जाना था। इस काम के लिए उसने दून में रहने वाले अपने साथी रविंद्र सिंह भंडारी की मदद ली। वह खुद तो भाग निकला लेकिन एसटीएफ ने बेशकीमती खाल को बरामद कर लिया।