देहरादून(ब्यूरो) एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक 9 जून को पटेलनगर निवासी हरङ्क्षवदर पाल ङ्क्षसह ने शिकायत दर्ज करवाई थी। कंप्लेन में एक व्यक्ति ने फोन कर अपना परिचय उनके बेटे हरप्रीत के दुबई निवासी दोस्त सरब के रूप में दिया। हरङ्क्षवदर के अनुसार वह सरब को जानते थे। सरब ने कहा कि वह दून में एक जमीन लेना चाहता है और उसका बजट 80 लाख रुपये है। आरोपी ने 15 लाख रुपये मांगे। इसके बाद फिर आरोपी ने फोन कर कहा कि उसकी मां की तबीयत बहुत खराब है। इसके लिए उसने ढाई लाख रुपये ट्रेवल एजेंट गुरुचरण ङ्क्षसह निवासी कीर्तिनगर दिल्ली के खाते में मंगवाए। आरोपी ने अलग-अलग डेट्स में पीडि़त से 9 लाख 40 हजार रुपये ठग लिए। मामले में पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने 17 जून को अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया। जांच साइबर क्राइम थाने को ट्रांसफर की गई।

पहले से 27 लाख के फ्रॉड का केस
साइबर थाना पुलिस ने अकाउंट्स व मोबाइल नंबर की जानकारी ली तो आरोपी का पता राजस्थान का निकला। पुलिस टीम ने राजस्थान पहुंचकर जानकारी जुटाते हुए आरोपी किशोर कुमार निवासी असुला मोहल्ला लेन नंबर थाना लोसन जिला सीकर राजस्थान को अरेस्ट किया। आरोपी से घटना में इस्तेमाल दो मोबाइल फोन बरामद किए। किशोर कुमार के खिलाफ साइबर क्राइम थाना कैथल (हरियाणा) में 27 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज है।

एसटीएफ की जांच में ये खुलासा
एसएसपी एसटीएफ के मुताबिक गिरोह के तार पाकिस्तान तक जुड़े हुए हैं। गिरोह के सदस्यों की ओर से दुबई व सऊदी अरब में रहने वाले भारतीय लोगों को मिलने वाले वेतन (रियाल) को भारतीय मुद्रा में बदलने के नाम पर उसने रियाल प्राप्त करते हैं। इसके अलावा विदेशों में नौकरी कर रहे व्यक्तियों के रिश्तेदारों को उनका दोस्त बताकर लाखों रुपये का फ्रॉड कर तमाम बैंक खातों में प्राप्त कर लेते हैं।

पाक एजेंटों के साथ ठगता था
आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अपने दुबई में रह रहे सहयोगियों के साथ मिलकर पाकिस्तान के एजेंटों के साथ मिलकर भारतीय लोगों को ठगने का काम करता है। उन्हें भारतीय खाते उपलब्ध कराता है।

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