- हेल्थ डिपार्टमेंट की टीमें कर रहीं डेंगू लार्वा की पड़ताल
- पॉश एरिया में सबसे ज्यादा मिला डेंगू का लार्वा
- लोगों को किया जा रहा अवेयर, सावधानी बरतें
देहरादून।
कोरोना संक्रमण के बीच डेंगू से आम आदमी को बचाना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। इस बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से एहतियातन घरों, ऑफिस, होटल, काम्प्लेक्स और ग्राउंड में लार्वा की पड़ताल के लिए क्षेत्रों में आशा वर्कर की ड्यूटी लगाई गई है। जो क्षेत्र में जाकर लोगों के घरो में लार्वा की जांच कर उसे नष्ट कर रहे है। घरों में किए जा रहे सर्वे में स्वास्थ्य विभाग को सबसे ज्यादा लार्वा पॉश एरिया में मिल रहा है।
सभी वार्ड में किया जा रहा सर्वे
आशा वर्कर की टीम सर्वे कर रोजाना क्षेत्र का भ्रमण कर रही है। आशा वर्कर रोजाना 100 वार्ड में जाकर हर घर की जांच कर रही है। इस बीच सबसे ज्यादा पॉश एरिया में लार्वा मिल रहा है।
गमलों में पल रहा लार्वा
गमलों और कूलर में सबसे ज्यादा जगह डेंगू का लार्वा मिला है। हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से लोगों को लगातार अवेयर किया जा रहा है कि वे घर व घर के आस-पास पानी जमा न होने दें।
किया जा रहा अवेयर
- कूलर में पानी चेंज करते रहें।
- फ्रीज की वाटर ट्रे ड्रेन करते रहें।
- गमलों में पानी डालें तो रुकने न दें।
- घरों के आसपास भी पानी न रुकने दें।
- घर में कबाड़ में पड़े कंटेनर चेक करते रहें।
खतरा न पनपने दें
कोरोना के बीच डेंगू कंट्रोल के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। जगह-जगह आशा वर्कर्स की टीम विजिट कर डेंगू के लार्वा की पड़ताल कर रही है। हालांकि, कोरोना के चलते डायरेक्ट घर में घुसने से टीमें परहेज कर रही हैं, लेकिन घरों की लॉबी, गमले और बगीचों की पड़ताल की जा रही है। जहां, डेंगू का लार्वा मिल रहा है उसे नष्ट किया जा रहा है।
सर्वे के आंकड़े
- 300 आशा वर्कर्स की टीम सर्वे में जुटी।
- 8,65,222 आबादी की गई कवर।
- 214595 घरों में किया गया सर्वे।
- 25253 घरों में मिला लार्वा।
- 7,52901 अवेयरनेस पंफलेट्स बांटे।
36 घरों में मिला लार्वा
वेडनसडे को आशा वर्कर की 16 टीमों ने 523 घर चेक किए। जिसमें से 36 घरों में मच्छर का लार्वा मिला। 2483 कंटेनर चेक किए, जिसमें से 99 कंटेनर में लार्वा मिला।
टीम रोजाना क्षेत्र में भ्रमण के लिए जाती है। इस बीच सभी घरों में जांच की जा रही है। टीम को क्षेत्र में घरों में बर्तनों, गमलों और कूलर में पानी जमा मिल रहा है। इसके साथ लोगों को अवेयर किया जा रहा है।
- डॉ सुभाष जोशी, जिला मलेरिया अधिकारी