देहरादून (ब्यूरो) मैन्युअल और डिजिटल मास्टर प्लान में काफी अंतर है। डिजिटल मास्टर प्लान की खास बात ये है कि इससे सैटेलाइट के जरिए इलीगल कंस्ट्रक्शन सीधे पकड़ में आएंगे। इससे लैंडयूज धोखाधड़ी के चांस भी कम होंगे। दरअसल प्रोपर्टी डीलर्स लोगों को एग्रीकल्चर लैंड को आवासीय दिखाकर बेच देते हैं, जो बाद में नक्शे की स्वीकृति के दौरा पकड़ में आते हैं। ऐसे में लैंडयूज आवासीय न होन पर लोग अवैध निर्माण को मजबूर होते हैं। डिजिटल मास्टर प्लान में इसकी काफी गुंजाइशें हैं।

हर भवन का होगा की-नंबर
- सैटेलाइट के थ्रो करीब 3 लाख घरों को किया गया आईडेंटीफाइ।
- प्रत्येक घर की एक मास्टर-की बनाई जाएगी, जिसमें भवन संबंधी जानकारी फीड होगी।
- कम्प्यूटर में क्लिक करते ही मकान के टोटल कॉरपेट एरिया का चल जाएगा पता।
- कंस्ट्रक्शन एरिया, मकान की हाइट की भी मिल जाएगी जानकारी।
- नक्शा स्वीकृत है या नहीं डिजिटली चल जाएगा पता।
- सड़क की चौड़ाई, प्लॉट का लैंडयूज की भी मिलेगी जानकारी।

26 लाख तक पहुंच जाएगी पॉपुलेशन
दून में वर्तमान में 100 वार्ड हैं। सिटी की वर्तमान पॉपुलेशन 13 लाख के लगभग है। 2041 तक शहर की अनुमानित पॉपुलेशन 26 लाख से अधिक होने की संभावना है। इसलिए डिजिटल मास्टर प्लान को भविष्य में पॉपुलेशन बढऩे पर उसके अनुरूप व्यवस्थाएं बनाने की कसरत चल रही है। पॉपुलेशन को ध्यान में रखते हुए पचास प्रतिशत तक भू-उपयोग आवासीय श्रेणी में आरिक्षत रखा गया है।

2025 में खत्म हो रहा पुराना मास्टर प्लान
उत्तराखंड बनने के करीब 5 साल बाद वर्ष 2005 में दून का पहला मास्टर प्लान बनाया गया था, जो 2025 तक लागू है। 2008 और 2018 में जोनल प्लान बनाया गया, जिसमें कुछ चीजें संशोधित की गई। डिजिटल मास्टर प्लान में कई खामियां हैं। इन खामियों को दूर किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

सेटेलाइट आधारित है नया मास्टर प्लान
मुख्य ग्राम एवं नगर नियोजक एसएस श्रीवास्तव ने बताया कि प्रस्तावित महायोजना-2041 को सेटेलाइट जीआईएस मैपिंग के जरिए धरातलीय सर्वे कर सटीक जानकारियों के साथ तैयार किया गया है। एमडीडीए के माध्यम से डिजिटल मास्टर प्लान के ड्राफ्ट को पब्लिक डोमेन में रखकर इसमें त्रुटियों को ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही नए डिजिटल मास्टर प्लान को फाइनल टच दिया जाएगा। खास बात है कि दून में इलीगल कंस्ट्रशन को अब डिजिटल मास्टर प्लान से आसानी से पकड़ा जा सकेगा।

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