मेडिसिन ओपीडी में ही केवल 82 पेशेंट
देहरादून : दून हॉस्पिटल में इन दिनों कोरोना संक्रमण से ठीक हुए पेशेंट की संख्या सबसे ज्यादा पहुंच रही हैं। नतीजतन सिर्फ चार घंटे में मेडिसिन ओपीडी में 82 पेशेंट पहुंच रहे हैं। जबकि फ्लू ओपीडी में पेशेंट की संख्या 132 है। ऐसे में हॉस्पिटल संचालकों के अनुसार कोरोना संक्रमण से उबरे पेशेंट बहुत सारी समस्याएं लेकर हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं।
400 से ज्यादा पहुंची पेशेंट की संख्या
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की चार घंटे की ओपीडी में इन दिनों 400 से ज्यादा पेशेंट् ने रजिस्ट्रेशन कराया। इनमें वेडनसडे को 446 पेशेंट जांच के लिए पहुंचे। जिनमें 19 परसेंट पेशेंट केवल कोविड से ठीक होकर बीमारी से जूझ रहे हैं। इसके साथ ही ईएनटी, नेत्र रोग विभाग, हृदय रोग, ऑर्थो, स्किन, मानसिक रोग विभाग में भी पेशेंट की संख्या पहुंच गई हैं।
ये शिकायतें सबसे ज्यादा
सांस फूलना
कमजोरी
कमर-पिंडलियों में दर्द
सिर दर्द
आंखों में दर्द
लगातार बढ़ रही संख्या
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टर के अनुसार शुरुआत में केवल 200 तक पेशेंट पहुंच रहे थे, लेकिन अब यह संख्या 446 तक पहुंच गई है। इनमें सबसे ज्यादा फ्लू ओपीडी में इसके बाद मेडिसिन ओपीडी में पेशेंट पहुंच रहे है। इसके साथ ही इन पेशेंट की ब्लड सैंपलिंग व सीटी स्कैन भी कराया जा रहा है।
सेंकेड वेव में परेशानी ज्यादा
कोरोना की सेकेंड वेव सबसे ज्यादा मानसिक परेशानी दे रही है। ऐसे में मानसिक विभाग में पहले की अपेक्षा अधिक पेशेंट पहुंच रहे है। डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। नवानी ने बताया कि सेकेंड वेव में सबसे ज्यादा मानसिक परेशानियों से लोगों को जूझना पड़ा। जबकि फर्स्ट वेव में इन पेशेंट की संख्या कम थी। इन दिनों पेशेंट में डिप्रेशन, फोबिया, एंग्जाइटी की शिकायतें मिल रही हैं।
बन रहा ब्लैक फंगस का खतरा
दून हॉस्पिटल में जांच के लिए पहुंचने वाले लोगों को कोरोना से ठीक होकर अब ब्लैक फंगस का खतरा बना हुआ है। डॉक्टर के अनुसार बरसात में नमी होने के कारण लोगों को ब्लैक फंगस का खतरा होना बताया जा रहा है।
ओपीडी पेशेंट की संख्या
फ्लू - 139
मेडिसिन - 82
एएनसी - 45
ईएनटी - 18
आई - 22
गायनी - 15
ऑर्थोपेडिक - 27
पीडियाट्रिक - 7
साइकियाट्रिस्ट - 15
स्किन ओपीडी - 32
सर्जरी - 13
टीबी व चेस्ट - 9
कार्डियोलॉजिस्ट - 6
एआरटी - 10
डेंटल - 4
कैंसर - 2
यह भी हो रही समस्या
दून हॉस्पिटल में एमआरआई मशीन न चलने के कारण लोगों को जांच के लिए बाहर जाना पड़ा। मुश्किल ये है कि एमआरआई जांच के लिए लोगों को बाहर मोटी कीमत चुकानी पड़ रही है।
इन दिनों कोरोना संक्रमण से ठीक हुए पेशेंट दून हॉस्पिटल में जांच के लिए पहुंच रहे है। इनमें सबसे ज्यादा पेशेंट कोविड से ठीक होने वाले हैं, जिन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
डॉ। केसी पंत, प्रभारी एमएस दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल