- ड्रोन की क्षमता को बेहतर बनाने के लिए किए जाएंगे शोध

ROORKEE: रुड़की स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में ड्रोन रिसर्च सेंटर स्थापित किया गया है। इस सेंटर में ड्रोन की क्षमता को बेहतर बनाने के लिए शोध किए जाएंगे। यह केंद्र युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने में भी मदद करेगा।

मील का पत्थर साबित होगा सेंटर

गुरुवार को सेंटर के उद्घाटन के बाद मीडिया से बातचीत में संस्थान के निदेशक प्रो। अजित कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि संस्थान के 100 पूर्व स्टूडेंट्स की पहल पर यह केंद्र स्थापित किया गया है। प्रो। चतुर्वेदी ने उदाहरण देते हुए कहा कि रेलवे के लिए ड्रोन का अच्छा उपयोग किया जा सकता है। इसकी मदद से पटरियों की स्थिति का पता लगाया जा सकता है। इसी तरह से आपदाग्रस्त क्षेत्र की ऊपर से तस्वीरें लेकर उसके सही कारणों के बारे में भी जानकारी हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि आईआईटी रुड़की में खोला गया ड्रोन रिसर्च सेंटर मील का पत्थर साबित होगा। सेंटर में ड्रोन को लेकर नए-नए शोध किए जाएंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और बेहतर किया जाएगा। संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनिय¨रग विभाग के प्रो। धमेंद्र सिंह ने कहा कि ड्रोन वक्त की आवश्यकता हैं, क्योंकि हर जगह मैनुअली नहीं पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सेंटर में ऐसे ड्रोन बनाने पर काम किया जाएगा, जो रडार की पकड़ में न आएं।