- बरेली के नशा तस्कर शराफत को पुलिस ने 75 लाख की स्मैक के साथ दबोचा

- सहसपुर की एक महिला पैडलर को बेचने आया था माल, महिला की तलाश जारी

देहरादून,

नशे के सौदागरों का नेटवर्क यूपी के बरेली ही नहीं राजस्थान और झारखंड तक फैला हुआ है। बरेली के नशा तस्कर राजस्थान और झारखंड से कच्चा माल लाकर बरेली में नशे या यूं कहें कि मौत का सामान तैयार करते हैं। इसके बाद पैडलर्स देहरादून जैसे शहरों में माल खपा देते हैं। बरेली के नशा तस्कर शराफत ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है। सहसपुर इलाके से पुलिस ने बरेली के 35 वर्षीय नशा तस्कर शराफत को 356 ग्राम कीमत करीब 75 लाख के स्मैक के साथ दबोच लिया है।

15 दिन में 1 करोड़ से ज्यादा का नशा बरामद

सिटी में नशे की खेप पहुंचाने के लिए सहसपुर इलाके से नशा तस्करी हो रही है। बीते 15 दिनों में सहसपुर इलाके से पुलिस टीम ने 1 करोड़ से ज्यादा का नशा बरामद कर लिया है। सहसपुर थाना इंचार्ज नरेन्द्र गहलावत के नेतृत्व में नशे के खिलाफ पुलिस टीम की यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है। थर्सडे देर रात सहसपुर थाना इंचार्ज नरेन्द्र गहलावत की टीम लांघा रोड गश्त कर रही थी। चेकिंग के दौरान खुशहालपुर चौक से आगे सड़क पर झोपड़ी के पास पुलिस को एक संदिग्ध दिखा। जो कि पुलिस को देखकर भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर संदिग्ध को दबोच लिया। पकड़े गए संदिग्ध ने अपनी पहचान फतेहगंज, बरेली यूपी निवासी 35 वर्षीय शराफत बताई। शराफत के पास से पुलिस ने कपड़े के थैले के अन्दर रखी पन्नी में 356 ग्राम स्मैक बरामद की।

ढाई लाख एडवांस देकर लाया था माल

सहसपुर थाना इंचार्ज नरेन्द्र गहलावत ने बताया कि शराफत बरेली के फतेहगंज में रहता है। जो पुरानी गाडि़यां सेल करता है। शराफत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह पिछले 8-9 साल से नशा तस्करी कर रहा है। 24 फरवरी को शराफत ने फतेहगंज निवासी इफाकत जिसकी जैनूल इलैक्ट्रानिक की दुकान है, से ढाई लाख रुपये एडवांस देकर यह स्मैक खरीदी थी। एडवांस देकर वह बस से देहरादून पहुंचा। इसके बाद लोकल गाडि़यों से सहसपुर पहुंचा।

मेहराज, सेहराज की तलाश

सहसपुर में वह मेहराज नाम की महिला को माल सप्लाई करने आया था, जो कि खुशहालपुर में रहती है। मेहराज और सेहराज दो बहनें सहसपुर में नशे की तस्करी करती हैं। जो कि पूरे इलाके में नशे की तस्करी करती हैं। और कई बार जेल जा चुकी हैं। दोनों बहिनें कई बार बरेली जाकर नशे का सामान ले कर आती थी, इस बार उन्होंने शराफत से नशे का सामान मंगाया था। दोनों की तलाश जारी है।

दून पहुंचते ही दो गुनी कीमत

शराफत ने पुलिस को बताया कि फतेहगंज में कई लोग नशे के कारोबार में लिप्त हैं। इसके लिए कच्चा माल राजस्थान, झारखण्ड से आता है और फतेहगंज में स्मैक व अन्य नशीले पदार्थ तैयार करते हैं। शराफत ने बताया कि उनके साथ रिजवान, मलिक, बब्बू, सोनू, ईशाकत व हफिजन भी नशे की तस्करी करते हैं। पुलिस ने जो माल सहसपुर में पकड़ा है। उसकी कीमत 75 लाख रुपए बताई जा रही है। यह माल बरेली में 40 से 50 लाख में बेचा जाता है। जो 1500 से 2000 हजार रुपए पर ग्राम के हिसाब से मिल जाता है। दून पहुंचते ही माल की कीमत दो गुने तक पहुंच जाती है। बीच में कई पैडलर अपना हिस्सा बांट लेते हैं। दून पुलिस ने बीते दो माह में ही 2.85 करोड़ रुपए का नशा बरामद किया है। यानि 1 माह में 1.5 करोड़ का नशा बरामद होता है। ये नशा पुलिस द्वारा बरामद किया जाता है। यानि दून में खपाया जा रहा नशा कितना होगा इसका अंदाजा लगाना आसान नहीं है।

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सहसपुर थाना इलाके में 15 दिन में कार्रवाई-

2269 नशे की गोलियां

73 ग्राम स्मैक

54 किलो गांजा

356 ग्राम

कीमत करीब 1.5 करोड़

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18 दिसंबर 2021 से 25 फरवरी 2021 दो माह में दून पुलिस की कार्रवाई-

कुल मामले- 121

कीमत- 2.85 करोड़

स्मैक- 1. 51 किलो

कीमत- 2.50 करोड़

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नशे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई जारी है। बरेली से चल रहे नशे के नेटवर्क को खत्म करने के लिए लोकल स्तर और हमारे स्तर से भी हर तरह की कार्रवाई की जा रही है।

स्वतंत्र कुमार, एसपी देहात