-चार्जिग स्टेशन का अब तक प्लेटफॉर्म ही हुआ तैयार

-1 फरवरी तक10 इलेक्ट्रिक बसें दून पहुंचने का दावा

- फिलहाल एक बस विभिन्न रूट्स पर चल रही फ्री ट्रायल के रूप में

देहरादून

देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से 25 दिसंबर को सिटी में इलेक्ट्रिक बसें उतारने का दावा फेल होने के बाद अब फरवरी स्टार्ट में बसें चलाने का दावा किया जा रहा है। डीएससीएल की ओर से चार्जिग स्टेशन तैयार हो जाने का भी दावा किया जा रहा है, लेकिन, वास्तविकता यह है कि ट्रांसपोर्ट नगर में अब तक चार्जिग स्टेशन का सिर्फ प्लेटफॉर्म ही बन पाया है। चार्जिग प्वॉइंट, इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन, ट्रांसफार्मर, चार्जिग स्टेशन का शेड, स्टेशन तक पहुंचने की सड़क अभी कुछ भी तैयार नहीं है।

रियलिटी चेक में दिखी कमियां

डीएससीएल के अधिकारियों ने दावा किया था कि इलेक्ट्रिक बसों का चार्जिग स्टेशन बनकर तैयार हो गया है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने जब ट्रांसपोर्ट नगर में इस चार्जिग स्टेशन का रियलिटी चेक किया तो वहां एक प्लेटफार्म के अलावा अभी कुछ भरी तैयार नहीं है। यहां 14 चार्जिग प्वाइंट लगाने के लिए एंगल तो लगाये गये हैं, लेकिन इन पर अभी कई और काम बाकी हैं।

आधा बने रूम में ट्रांसफार्मर

चार्जिग स्टेशन के लिए ट्रांसफार्मर तो यहां पहुंच चुका है, लेकिन ट्रांसफार्मर रखने के लिए भी कोई जगह नहीं है। फिलहाल एक आधा बने और बिना दरवाजे वाले रूम में ट्रांसफार्मर रखा गया है। अभी बिजली कनेक्शन भी नहीं लिया है। बिजली लाइन की फिटिंग भी अब तक नहीं की गई है।

न शेड, न वेटिंग रूम

निर्माणाधीन चार्जिग स्टेशन में अभी तक शेड तो दूर शेड बनाने के लिए लोहे के एंगल आदि भी नहीं लगाये गये हैं। कुछ बिल्डिंग मेटेरियल मौके पर इधर-उधर बिखरा हुआ है। मौके को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी इस चार्जिग स्टेशन को पूरी तरह बनकर तैयार होने में दो से तीन महीने का समय लगने की संभावना है।

फरवरी से सर्विस का दावा

उधर डीएससीएल का दावा है कि दून में फरवरी शुरुआत में ही 11 इलेक्ट्रिक बसें चलनी शुरू हो जाएंगे और कुछ समय बाद 19 और बसें सड़कों पर उतारी जाएंगी। पहले डीएससीएल ने 25 दिसंबर से 11 बसें दून की सड़कों पर उतारने का दावा किया था। इसकी तैयारियां भी पूरी हो गई थी, लेकिन बाद में कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। जिन 11 बसों को 25 दिसंबर से चलाने का दावा किया गया था, वे अब तक भी दून नहीं पहुंच पाई हैं।

किराया हो चुका है तय

प्रस्तावित इलेक्ट्रिक बसों का किराया स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की ओर से पहले ही तय कर दिया गया है। विभिन्न रूट पर इन बसों का किराया 10 रुपये से लेकर 55 रुपये तक तय किया गया है। हालांकि आईएसबीटी से जौलीग्रांट एयरपोर्ट वाले रूट पर चलाये जाने वाली बसों का किराया 100 रुपये से लेकर 200 रुपये तय किया गया है।

फरवरी पहले हफ्ते में इलेक्ट्रिक बसें देहरादून पहुंच जाएंगी। एक बस फिलहाल ट्रायल बेस पर विभिन्न रूट्स पर चलाई जा रही है। एक फरवरी का 10 बसों के हैदराबाद से रवाना होने की उम्मीद है।

डॉ। आशीष कुमार श्रीवास्तव

सीईओ, डीएससीएल