DEHRADUN: कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज के जंगल से हाथियों का झुंड एक बार फिर सभावाला गांव में आ धमका। ग्रामीणों ने शोर मचाकर उन्हें आबादी से दूर किया, लेकिन इसका भी खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। खेतों में खड़ी धान व मक्का की फसलों को झुंड ने पूरी तरह तहस-नहस कर दिया। फसल नुकसान होने की वजह से ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति रोष व्याप्त है।

फसलें की तबाह

शुक्रवार की देर रात दो हाथी सभावाला गांव की गलियों में आ गए। ग्रामीणों ने जब हाथी देखे तो वह उन्हें भगाने के लिए छत पर चढ़ गए और शोर मचाना शुरू कर दिया। आबादी से बाहर निकले हाथियों ने उनकी फसलों को रौंदना शुरू कर दिया। ग्रामीण किसान सुधीर तोमर, लियाक़त, धूमन, अब्बल, सुरेंद्र, ताहिर हसन, प्यारेलाल, बहादुर, पप्पू, राजू, धर्मपाल आदि ने बताया कि धान व गन्ने की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने अपनी फसलों की बर्बादी के लिए वन विभाग को जिम्मेदार बताया है। कहा कि कई बार हाथियों का झु़ंड गांव की ओर आ चुका है और फसलों को काफी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग से फसल सुरक्षा के लिए वन विभाग से आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।