- लोको पायलट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में वन विभाग

DEHRADUN: राजाजी नेशनल पार्क से सटी देहरादून वन प्रभाग की लच्छीवाला रेंज में ट्रेन की चपेट में आने से एक हाथी की मौत हो गई। वन विभाग की ओर से लोको पायलट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) राजीव धीमान ने बताया कि ट्रेन की रफ्तार तेज थी। इतना ही नहीं लोको पायलट ने हादसा होने के बाद किसी भी स्टेशन पर इसकी सूचना नहीं दी। नियमानुसार उन्हें तत्काल सूचना देनी चाहिए थी। हादसे के बाद वन विभाग की टीम रेलवे ट्रैक पर रात को भी गश्त करेगी।

हाथियों के मूवमेंट पर नजर

शनिवार सुबह लच्छीवाला रेंज में गश्त के दौरान वन विभाग की टीम को एक मादा हाथी का शव रेलवे ट्रैक के पास दिखा। टीम ने उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी। इस पर वन संरक्षक पीके पात्रो और प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। डीएफओ ने बताया कि बताया कि घटनास्थल का मुआयना करने के बाद प्रतीत हो रहा है कि जिस ट्रेन ने हाथी को टक्कर मारी, उसकी रफ्तार तेज थी। हाथी की पीठ पर रगड़ने के गहरे निशान थे। उसका एक पैर भी टूट गया था। उन्होंने बताया कि मादा हाथी की उम्र करीब 35 वर्ष के आसपास है। धीमान ने बताया कि लच्छीवाला से लेकर नकरौंदा रेलवे ट्रैक पर अब विशेष गश्ती दस्ते की तैनाती की जाएगी। जंगल से गुजरने वाले ट्रैक पर हाथियों के मूवमेंट वाले इलाके पर विशेष फोकस किया जाएगा।

रेलवे को भेजा जाएगा लेटर

डीएफओ ने बताया कि वन विभाग इस ट्रैक पर ट्रेनों की रफ्तार धीमी रखने के लिए रेलवे को लेटर भेजेगी। लेटर में यह भी अनुरोध किया जाएगा कि जंगल की सीमा में लोको पायलट सायरन भी बजाएं ताकि इससे इस प्रकार के हादसे न हों। उन्होंने बताया कि सर्दियों में कई बार धुंध के कारण हाथियों को रेलवे ट्रैक पार करते वक्त ट्रेन दिखाई नहीं देती है।