- शोर मचाने पर हमलावर हुए हाथी, भागते हुए वन कर्मी हुआ घायल

DEHRADUN: ढकरानी में आबादी क्षेत्र में मंगलवार को दो टस्कर के आ जाने से अफरा-तफरी मच गई। हाथियों को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण भी जुट गए। उनके शोर मचाने पर हाथी हमलावर हो गए और उन्होंने ग्रामीणों व वन कर्मियों को दौड़ा लिया। हाथियों से बचकर भागने के चक्कर में एक वन कर्मी गिरकर घायल हो गया, हालांकि उसे साथी वन कर्मी ने बचा लिया और हाथियों के पहुंचने से पहले लेकर भाग निकला। ग्रामीणों व तिमली रेंज की टीम ने पटाखे जलाकर व ढोल बजाकर हाथियों को जंगल की ओर भगाया, अभी भी हाथी गांव के पास ही एक खेत में डटे हैं। इसको देखते हुए कालसी वन प्रभाग की टीम गांव में ही तैनात है।

वन विभाग की टीम तैनात

कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र से निकलकर दो टस्कर मंगलवार सुबह यमुना नदी पार कर ढकरानी गांव में आबादी के समीप आ गए। सुबह खेत पर जा रहे ट्रैक्टर ट्राली सवार किसानों ने जब हाथियों को देखा तो वे डर के मारे वापस गांव की ओर आ गए। कुछ ही देर में हाथियों को देखने के लिए के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। आबादी के पास स्थित एक गन्ने के खेत में रुके हाथियों को भगाने के प्रयास में जहां दिनभर ग्रामीण खेत के चारों तरफ दौड़ते भागते रहे, वहीं दोपहर बाद अचानक खेत से बाहर निकले हाथियों ने सामने खड़े वनकर्मियों पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से मौके पर जुटी ग्रामीणों भीड़ में भगदड़ मच गई। वनकर्मियों ने बामुश्किल भागकर अपनी जान बचाई। भागते समय वन बीट अधिकारी अतर सिंह गिरकर घायल हो गए, जिन्हें साथी वन कर्मी उठाकर भागे और किसी तरह से अपनी जान बचाई। कालसी वन प्रभाग की तिमली रेंज के संरक्षित वन क्षेत्र से निकल कर नदी के रास्ते ढकरानी पहुंचे हाथियों ने गांव की सीमा पर स्थित ग्रामीण सोनू के घराट पर डेरा जमा लिया। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीण व वन कर्मी ढोल बजाकर व पटाखों के सहारे हाथियों को गांव की सीमा से बाहर भगाया। परंतु हाथियों ने गांव के पास ही स्थित एक गन्ने के खेत में अपना डेरा जमा लिया। जिसको देखते हुए वन टीम गांव में ही तैनात है, ताकि हाथी रात में आबादी क्षेत्र में आकर कोई नुकसान न पहुंचा सके।