देहरादून (ब्यूरो) आईएसबीटी के पास कब्रिस्तान की 1400 वर्ग मीटर जमीन थी। 1982 में 60 मीटर लंबी और 7.50 मीटर चौड़ी जगह को सरकार ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के नाम दर्ज की गई, लेकिन भूमि बंदोबस्त के दौरान भूमि दर्ज होने से रह गई। यह मामला तब से लेकर चला आ रहा है। मामले ने तब ज्यादा तूल पकड़ा, जब दून-हरिद्वार हाईवे के चौड़ीकरण प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ। यहां पर जगह कम मिलने पर पड़ताल शुरू की गई। तकरीबन 10 साल पहले जब आईएसबीटी में हरिद्वार रोड पर फ्लाईओवर का निर्माण किया गया, तो यहां पर हाईव बॉटलनेक बन गया, जिससे यहां पर लगातार जाम लग रहा था।

440 मीटर लैैंड ट्रांसफर
कब्रिस्तान की हाईवे से लगी 440 मीटर भूमि जिसकी नाप मौके पर 60 मीटर लंबी और साढ़े 7 मीटर चौड़ी है। इस जमीन को सरकार ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को हस्तांतरित किया था, लेकिन कागजों में गड़बड़ी के कारण यह भूमि राजस्व अभिलेखों में सरकार के नाम पर दर्ज होने से रह गई। हस्तांततरण के बाद भी कब्रिस्तान से जुड़े लोग अपनी भूमि 1400 वर्ग में ही दिखा रहे थे, जिससे अतिक्रमण चिन्हित नहीं हो पा रहा था। अब करीब 41 साल बाद कब्रिस्तान की 1400 वर्ग मीटर से 440 मीटर घटाकर जमीन को अतिक्रमण घोषित किया गया, जिसे बाद अतिक्रमण चिन्हित कर सैटरडे देर रात्रि को कब्रिस्तान की दीवार ढहाकर अतिक्रमण हटा लिया गया।

हाईवे चौड़ीकरण का आखिरी पेच हटा
आईएसबीटी से रिस्पना पुल तक रोड चौड़ीकरण का काम चल रहा है, आईएसबीटी से सटे और फ्लाईओवर की सर्विस लेन पर कब्रिस्तान का लंबे समय से कब्जा है। इस कब्जे की वजह से यहां पर सड़क चौड़ीकरण का काम भी यहां पर लंबे समय से रुका हुआ था, अतिक्रमण हटने के बाद यहां पर बचा काम भी जल्द पूरा होगा।

डीएम की सख्ती आ रही काम
डीएम सोनिका सड़कों को अतिक्रमण हटाने को लेकर काफी सख्त रुख अपनाए हुए है। पीडब्ल्यूडी एनएच खंड डोईवाला के एक्सईएन प्रवीण कुमार ने जोगीवाला चौक के बाद आईएसबीटी के पास कब्रिस्तान पर अतिक्रमण मामले को संज्ञान में लाया। काफी प्रयासों के बाद भी अतिक्रमण चिन्हित नहीं हो पाया, तो डीएम के आदेश के बाद राजस्व विभाग की टीम ने पुराने दस्तावेज खंगाले, जिसके बाद 1982 में भूमि बंदोबस्त में हुई गड़बड़ी को पकड़ा, जिसके बाद मामला पकड़ में आया। 440 वर्ग मीटर जमीन पर कब्जा हटाने के बाद यहां पर भी रोड की चौड़ाई 60 मीटर हो गई है।

एनएच दफ्तर का कब्जा कब हटेगा
आईएसबीटी कब्रिस्तान के पास ही पीडब्ल्यूडी एनएच खंड, देहरादून का दफ्तर भी है। यह दफ्तर भी पूरी तरह हाईवे पर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कब्रिस्तान का अतिक्रमण तो हटा लिया गया, लेकिन एनएच के आफिस का कब्जा कब हटेगा। लोगों का कहना है कि इस ऑफिस के हटने से जहां हाईवे चौड़ा हो जाएगा वहीं बिग बाजार का फ्रंट खुल जाएगा और लोग आसानी से मॉल में आवाजाही सकेंगे।

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