- तबाही देख भर आई आंखें, प्रदेश सरकार को मसले पर गंभीरता बरतने की दी सीख

PITHORAGARH: पूर्व सीएम हरीश रावत ने बुधवार को जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। तबाही देख उनकी आंखें भर आई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातचीत में उन्होंने कहा कि केदारनाथ के बाद प्रदेश में दूसरी सबसे बड़ी आपदा सीमांत में आई है। ग्रामीणों के पुनर्वास के लिए सरकार को कदम उठाने ही होंगे। उन्होंने भाजपा सरकार पर कोरोना व आपदा को लेकर राजनीतिक लाभ उठाने का भी आरोप लगाया। पूर्व सीएम ने कहा कि आपदा प्रभावित धापा गांव में प्रकृति ने कहर बरपाया है। यही हाल मोरी व लुम्ती गांव का भी है। इन गांवों का अस्तित्व ही खत्म होने के कगार पर है। ग्रामीणों के पुनर्वास के लिए प्रभावी योजना तैयार की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य के 443 गांव आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील हैं। इन गांवों में सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम करने होंगे।