- दूसरे की आईडी पर एक्टिवेट करवाते हैं सिम

- मनमाने दामों पर बेचे जाते हैं प्री-एक्टिवेटेड सिम

आई अलर्ट

priyank.mohan@inext.co.in

DEHRADUN: दून में प्री-एक्टिवेटेड मोबाइल सिम का काला कारोबार लगातार फल-फूल रहा है। ये सिम आपकी किसी आईडी से भी एक्टिवेटेड हो सकते हैं। दरअसल इस कारोबार में लिप्त सिम विक्रेता किसी की भी आईडी जो उनके हाथ लगती है, उसका उपयोग करके सिम एक्टिवेटेड करवा लेते हैं और फिर इन्हें मनमाने दामों पर बेचते हैं। खरीदने वाले को लाभ यह होता है कि उसे अपनी लोकल आईडी नहीं देनी होती और अक्सर आपराधिक प्रवृत्ति के लोग इन सिमों का उपयोग करते हैं। पिछले तीन महीनों में पुलिस इस तरह के दो मामलों का खुलासा कर चुकी है।

दो बड़े मामले आये सामने

टेलीकॉम मिनिस्ट्री के नियमों के अनुसार सिम कार्ड डीलर कोई भी सिम बिना प्राधिकृत आईडी के नहीं बेच सकता है। अगर बेचता है तो वह पूरी तरह से गैरकानूनी माना जाएगा। लेकिन देहरादून के आधे दर्जन से ज्यादा इलाकों में डीलर कस्टमर्स की आईडी और फोटो के कई डुूप्लीकेट कागजात बनवाकर उसमें सिमकार्ड एक्टिवेट करवा रहे हैं। इस बात को पुलिस खुद भी मान रही है कि देहरादून में कुछ डीलर इस तरह से एक्टिवेटेड सिम कार्ड बेच रहे हैं। बताते चलें कि इस साल क्0 जून को पुलिस ने प्रेमनगर इलाके से प्री-एक्टिवेटेड सिम बेचने वाले को गिरफ्तार किया था। प्रेमनगर के ठाकुरपुर में पुलिस ने डीलर से अलग-अलग कंपनियों के ख्8 सिम कार्ड बरामद किए थे। इसके अलावा गुरुवार को पुलिस ने क्लेमेंटाउन इलाके में गुलफाम कम्युनिकेशन पर दबिश देते हुए गुलफाम अंसारी पुत्र नवाबुद्दीन निवासी छोटा भारुवाला देहरादून हाल मालिक गुल्फाम कम्युनिकेशन छोटा भारुवाला उम्र ख्ब् वर्ष को फर्जी आईडी का प्रयोग कर आइडिया, वोडाफोन और एयटेल के सिम कार्ड बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

आपराधिक मामलों में इस्तेमाल

बिना आईडी के मिलने वाले सभी एक्टिवेटेड सिमकार्ड छोटे और बड़े आपराधिक प्रवृति के क्रिमिनल ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। खुफिया रिपोटरें को अनुसार पहाड़ कस्टमर्स, विहार, पूर्वाचल के कस्टमर्स की फर्जी देहरादून में सबसे ज्यादा इस्तेमाल कर सिम एक्टिवेट किए जा रहे हैं।

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लगातार ऐसे डीलरों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है। कुछ और इनपुट हैं उनपर भी जल्द कार्रवाई कर डीलरों को जेल भेजा जाएगा।

डा। सदानंद दाते, एसएसपी देहरादून