-मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में लिया गया निर्णय
-दोनों पार्किंग के लिए एमडीडीए बोर्ड ने पास किया 100 करोड़ रुपये का बजट

देहरादून (ब्यूरो): अब काफी हद तक दूनवासियों को पार्किंग की समस्या से निजात मिल पाने की उम्मीद है। इसी क्रम में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने पार्किंग के लिए शहर में एक बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। योजना के तहत अब गांधी रोड पर पुरानी तहसील की भूमि पर 10 फ्लोर पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। जिसमें डेढ़ हजार से ज्यादा वाहनों की पार्किंग की सुविधा मिल पाएगी।

50 करोड़ रुपए खर्च होंगे
मंडे को एमडीडीए की बोर्ड बैठक कमिश्नर विनय शंकर पांडे की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बताया गया कि पार्किंग प्रोजेक्ट के लिए एमडीडीए बोर्ड ने 100 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पास किया है। इसके तहत 50 करोड़ रुपये पुरानी तहसील की भूमि पर प्रस्तावित पार्किंग के निर्माण में खर्च किए जाएंगे। इससे करीब 1600 वाहनों को पार्किंग की सुविधा मिल सकेगी।

ऋषिकेश में भी 10 मंजिला पार्किंग
बोर्ड बैठक में दून ही नहीं, ऋषिकेश में भी 10 मंजिला पार्किंग बनाने पर निर्णय लिया गया। इसके लिए भी 50 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। यहां करीब 1200 वाहनों की क्षमता की पार्किंग का निर्माण किया जाएगा।

बोर्ड बैठक पर एक नजर
-एमडीडीए बोर्ड की बैठक में नक्शों से संबंधित 60 प्रकरणों पर हुई चर्चा।
-इनमें रिजॉर्ट, होटल, फार्म हाउस, कॉमर्शियल भवनों के प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
-एमडीडीए ऑफिस के लिए दो इनोवा कार, एक स्कॉर्पियो कार व एक जेसीबी खरीद पर भी लगी मुहर।

998 करोड़ का बजट पास
एमडीडीए ने अपने कामकाज में सुधार करने के साथ ही विकास के नए प्रोजेक्ट्स की ओर भी कदम बढ़ाए हैं। यही वजह है कि प्राधिकरण के बजट ने पहली बार 998 रुपये के बजट का आंकड़ा छू लिया है। इस प्रकार से एमडीडीए की बोर्ड बैठक में 998 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया। जबकि, लास्ट ईयर बजट का आकार करीब 600 करोड़ रुपये तक ही रहा।

बजट पर एक नजर
-इस बार एमडीडीए के बजट का आकार दोगुना।
-एमडीडीए वीसी बोले, इस एक वर्ष में नक्शों के निस्तारण की गति बढ़ी।
-दून को बेहतर बनाने की दिशा में नए प्रोजेक्ट्स की दिशा में भी काफी काम किए गए।


रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट का जिम्मा निगम
बोर्ड बैठक में ट्रांसपोर्ट नगर रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट का जिम्मा नगर निगम को सौंप दिया गया है। अब नगर निगम इस प्रोजेक्ट से हाउस टैक्स वसूल कर सकेगा। इसके अलावा यहां की सफाई व्यवस्था भी निगम देखेगा।