देहरादून (ब्यूरो)। सोमवार तड़के तिमली रेंज के जंगल में मौजूद 12 हाथियों के दल ने कुल्हाल स्थित भूरेशाह मजार क्षेत्र का रुख किया। जंगल के किनारे और आबादी के एकदम पास स्थित वन चौकी को हाथियों ने अपना निशाना बनाया। यहां उन्होंने चौकी की दीवार गिरा दी इसके साथ ही खिड़की भी उखाड़ दी। संयोगवश हाथियों के हमले के समय वन चौकी में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। हाथियों के इस तरह के चहलकदमी और क्षति पहुंचाने से पूरे क्षेत्र में दहशत का वातावरण बन गया। आसपास के घरों में रहने वाले ग्रामीण अपने घरों की छत पर चढ़ गए।

जंगल के किनारे जमे हाथी
हाथियों को देखने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही तिमली रेंजर पूजा रावल वनकर्मियों की पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंची। उन्होंने हाथियों को जंगल की तरफ धकेलने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। देर शाम तक भी हाथी जंगल के किनारे पर ही जमे हुए थे। रेंजर ने बताया कि आमतौर पर हाथी रात के समय ही मूवमेंट करते हैं, इसलिए उनको जंगल में भगाने के लिए रात होने का इंतजार किया जा रहा है। हाथियों के जंगल की सीमा में प्रवेश कर जाने से आबादी क्षेत्र को अब कोई खतरा नहीं है। उन्होंने बताया कि रात के समय विभाग की ओर से हांका लगाने, चिली स्मोक देने और शोर मचाने जैसे उपाय अपनाकर उन्हें जंगल की तरफ भेज दिया जाएगा।