-पावर बैंक नाम के एप के जरिए लोगों को पैसे इन्वेस्ट करने का झांसा देकर ठगने वाले इंटरनेशनल गिरोह का पर्दाफाश

-एसटीएफ की टीम ने नोएडा यूपी से गिरोह के मेंबर पवन कुमार पांडेय को किया अरेस्ट, 50 लाख लोग कर चुके थे एप डाउनलोड

देहरादून,

पावर बैंक नाम के एप के जरिए लोगों को पैसे इन्वेस्ट करने का झांसा देकर ठगने वाले इंटरनेशनल गिरोह का एसटीएफ की टीम ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने नोएडा यूपी से गिरोह के मेंबर पवन कुमार पांडेय को अरेस्ट किया है। इंटरनेशनल गिरोह ने करीब 4 माह में ही मोबाइल एप के जरिए 250 करोड़ का फ्रॉड किया है। एसटीएफ अब इस गिरोह के बड़े क्रिमिनल को दबोचने में जुट गई है।

एसटीएफ को कराई थी कंप्लेन

उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता एडीजी अभिनव कुमार ने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा पावर बैंक नामक एप के माध्यम से पैसे इन्वेस्ट करने पर 15 दिन में रकम दोगुने करने का लालच देकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की गई। हरिद्वार निवासी रोहित कुमार और राहुल कुमार गोयल ने पुलिस को कंप्लेन कराई कि उन्हे उनके दोस्त द्वारा बताया गया कि पावर बैंक नामक एप के माध्यम से पैसे इन्वेस्ट करने पर 15 दिन में पैसे दोगुने हो जाते हैं। उसकी बातो मे आकर लोगों ने प्ले-स्टोर से पावर बैंक नामक ऐप डाउनलोड किया। इसके बाद अलग-अलग तरीकों से 91 हजार 200 और 73 हजार रुपये जमा कराकर उनके साथ धोखाधड़ी की गई। पीडि़तों की कंप्लेन पर एसटीएफ ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू की।

फरवरी से मई तक एप का संचालन

पुलिस टीम ने जब ट्रांजेक्शन और दूसरी जानकारियां प्राप्त कीं, तो पता चला कि सारा पैसा विभिन्न वॉलेट के माध्यम से अलग-अलग बैंक खातों में भेजी जा रहा था। इसके साथ ही प्रतिदिन करोड़ों का लेन-देन भी इसी बैंक अकाउंट में पाया गया। बारीकी से जानकारी लेने पर पता चला कि पेटीएम बैंक के खाते का संचालन नोएडा यूपी निवासी पवन कुमार पांडेय द्वारा किया जा रहा है। यह भी सामने आया है कि यह पावर बैंक एप फरवरी 2021 से 12 मई 2021 तक संचालन में रहा। जिसमें करीब 4 माह में ही विभिन्न खातों में करीब 250 करोड़ धनराशि का फ्रॉड किया गया है। इस एप को संभावित 50 लाख लोगों द्वारा पूरे देश में डाउनलोड किया गया है। एसटीएफ ने आरोपी को नोएडा सेक्टर-99 से अरेस्ट किया।

विदशों में भेजा जा रहा था पैसा

पुलिस पड़ताल में पता चला कि कुछ विदेशी व्यापारी भारत में कुछ निवेशकों से दोस्ती कर उनको भारत में विभिन्न व्यापार के नाम पर अपने साथ कमीशन देने के नाम पर जोड़ते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन एप के जरिए लोगों को रिचार्ज और पैसा दोगुना करने का लालच देकर पैसा इन्वेस्ट करवाते हैं। इस तरह के इंटरनेशनल गिरोह फर्जी कंपनी बनाकर बैंकों में खाते चला रहे हैं। इनमें 25 मोबाइल एप भी इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं। इसके अलावा पुलिस पड़ताल में यह भी सामने आया है कि ठगी कई रकम को क्रिप्टो करेंसी मे बदलकर यह चीन व अन्य देशों में भेजी जा रही है। पुलिस को इसी तरह की 20 अन्य कंप्लेन भी मिली हैं। जिसकी जांच चल रही है।

ये हुआ बरामद

पुलिस ने आरोपी पवन कुमार पांडेय से 19 लैपटॉप, 592 सिम कार्ड, पांच मोबाइल फोन, चार एटीएम कार्ड और एक पासपोर्ट बरामद किया है।