-दिल्ली में बैठे आकाओं के डायरेक्शन से दून में चल रहा था इंटरनेशनल कॉल सेंटर

-पकड़े गए सभी आरोपी ग्रेजुएट, 15 से 18 हजार फिक्स थी सेलरी, हर कॉल पर फिक्स था कमीशन

देहरादून,

दून में कॉल सेंटर बनाकर विदेशों में रहने वाले लोगों को इंटरनेशनल कॉल सेंटर के जरिए लाखों कमाने वाले ठगों की सेलरी कम और कमीशन ज्यादा मिलता था। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए ठगों ने दिल्ली कनेक्शन को लेकर भी कई राज खोले हैं। जिस पर अब एसटीएफ की टीम वर्कआउट कर जल्दी इस मामले में बड़े गिरोह का पर्दाफाश करने में जुटी है।

सभी युवा ग्रेजुएट

थर्सडे देर रात एसटीएफ की टीम ने दून के वसंत विहार इलाके में दबिश देकर एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया था। पकड़े गए पांचों आरोपी 21 से 27 साल के युवा हैं जो पैसा कमाने के चक्कर में इस गिरोह से जुड़े थे। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि सभी लड़के ग्रेजुएट हैं और कम सेलरी पर ही इस कॉल सेंटर में काम करते थे। पूछताछ में आरोपियों ने अपनी सेलरी 15 से 18 हजार तक बताई है, लेकिन इंटरनेशनल कॉल कर लोगों को झांसे में लेने और रकम डलवाने के सभी को मोटा कमीशन मिलता था। जिससे वे अच्छी खासी कमाई कर लेते थे। यह गिरोह डॉलर में रकम प्राप्त कर के करोड़ों रुपये प्रतिमाह कमाते हैं। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि फ्लैट, कॉल सेंटर का कितना खर्चा था, और यह कहां से मैनेज होता था। पुलिस को महंगी कार, सामान और आरोपियों के रहन सहन की भी पूरी डिटेल तैयार कर रही है।

दिल्ली से तैयार मिलती थी स्क्रिप्ट

इंटरनेशनल कॉल सेंटर में काम करने वाले लड़के दिल्ली में बैठे अपने सीनियर्स के इशारे पर ही काम करते थे। दिल्ली से ही सभी को स्क्रिप्ट प्रोवाइड कराई जाती थी, जिसमें लड़कों को सामने वाले लोगों को झांसे में लेने और उनसे बात करने के लिए पूरी स्क्रिप्ट तैयार करके भेजी जाती थी। जिसे पढ़कर ही लड़के विदेशियों से बात करते थे। डाटा और स्क्रिप्ट दिल्ली में बैठे सीनियर ही दून के कॉल सेंटर में प्रोवाइड कराते थे। अब एसटीएफ की टीम दिल्ली पुलिस से भी इस पूरे केस में इन्फॉर्मेशन शेयर कर आगे की कार्रवाई करने की तैयारी में है। अभी तक इन आरोपियों से इंडिया में किसी व्यक्ति को ठगने की कंप्लेन सामने नहीं आई है। एसटीएफ की टीम इस गिरोह द्वारा विदेशियों से की गई करोड़ों की ट्रांजेक्शन के बारे में जरुरी जानकारी जुटाने में लगी है।

इस तरह डराते थे कॉल पर

-आप जो काम करते है वो गैर कानूनी है।

-आपके बैंक अंकाउंट का किसी ऐसे अकाउंट से सम्बन्ध है जो गलत कार्य जैसे-वेश्यावृत्ति, जुए आदि से जुड़ा है।

-आपके एसएस नम्बर से एक पता और जुड़ा है, जहां अवैध हथियार या नशा तस्करी का समान बरामद हुआ है, आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी है।

-आप और आपका परिवार जेल जा सकता है और उसमें आपके सभी बैंक खाते सीज हो जाएंगे और सारा पैसा जब्त हो जायेगा।

-कोरोना काल में बीमा पॉलिसी पर स्कीम व बोनस का लालच देकर।

-----------------

पकडे़ गए सभी आरोपियों से पूछताछ चल रही है। जो भी इनपुट मिले हैं, उसके आधार पर दिल्ली पुलिस से संपर्क कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

अंकुश मिश्रा, सीओ, साइबर पुलिस स्टेशन