देहरादून, ब्यूरो:
गोल्ड की खरीद पर पहले इंपोर्ट ड्यूटी 7.5 परसेंट तक थी। जबकि अब इसकी बढ़ोत्तरी के बाद सोने के दाम में सीधे करीब दो हजार से 2500 रुपये तक का इजाफा हुआ हैं। विशेष बात तो यह है कि पिछले 10 सालों में यह इंपोर्ट ड्यूटी तीन गुना तक बढ़ी है। कच्चे व पक्के पर्चे में प्रति 10 ग्राम रेट पर एक हजार रुपए से ज्यादा तक का अंतर हो गया है। जबकि प्रति किलोग्राम में यह अंतर हजारों रुपये तक आ रहा है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट से बातचीत के दौरान ज्वैलर्स का कहना है कि किसी भी तरह की क्राइसिस का सीधा असर गोल्ड पर पड़ता है। इसके बाद कस्टम ड्यूटी चार्ज के कारण भी गोल्ड के प्राइज पर इसका असर पड़ता है।

10 साल में पांच बार बढ़ी इम्पोर्ट ड्यूटी
ज्वैलर्स एसोसिएशन के अनुसार 2012 में गोल्ड पर आयात शुल्क मात्र 4 प्रतिशत था। तब गोल्ड के दाम भी करीब 28 हजार रुपये प्रति दस ग्राम तक थी। जबकि बीते दस वर्षों में गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़कर 12.5 परसेंट तक हो गई है। पिछले दस वर्षों में पांचवी बार इंपोर्ट ड्यूटी में इजाफा हुआ है।

इस तरह बढ़े गोल्ड के कस्टम ड्यूटी
इंपोर्ट ड्यूटी में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि पहली बार हुई है। इससे पहले वर्ष 2019 में सरकार इसे 10 प्रतिशत बढ़ाकर 12.5 परसेंट कर चुकी थी। लेकिन वर्ष 2021 में इसे घटाकर 7.5 कर दिया गया है। अब फिर सरकार ने 4.5 परसेंट तक इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है। जिससे सोने के दाम 53 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम को पार कर चुके हैं। 30 जून से पहले यह दाम 52 हजार रुपये प्रति ग्राम रही।

रोजाना होता है करोड़ों का कारोबार
ज्वैलर्स के अनुसार सीजन में दून में सोने का एक दिन में व्यापार एक से डेढ़ करोड़ तक का है। लेकिन, इन दिनों यह व्यापार घट रहा है। सोने के दाम में आ रहे लगातार चढ़ाव के कारण इसका सीधा असर खरीदारी पर पड़ रहा है। 10 ग्राम सोने के दाम में करीब ढाई हजार रुपये की बढ़ोत्तरी हो गई है।

10 साल में इम्पोर्ट ड्यूटी व दाम
वर्ष - इम्पोर्ट ड्यूटी - रेट (रुपये में)
2012 - 04 परसेंट - 31050
2014 - 10 परसेंट -28,006
2019- 12.5 परसेंट -31,422
2021 - 7.5 परसेंट -48860
2022 - 12.5 परसेंट -53095


वर्जन

किसी भी तरह की क्राइसिस का सीधा असर सोने के दामों पर पड़ता है। पहले यूक्रेन क्राइसिस अब कस्टम ड्यूटी के बढऩे का सीधा असर गोल्ड के दाम पर पड़ेगा। इससे खरीदारी भी कम होगी।
पंकज मैसोन, प्रदेश महामंत्री उत्तराखंड स्वर्णकार संघ