देहरादून (ब्यूरो)। ट्रैफिक व्यवस्था में आने वाली समस्याओं की प्रथम सूचना पुलिस को प्राप्त होती है। ्रचारधाम यात्रा मार्ग में यदि कोई भी रोड बंद होती है तो उस क्षेत्र की पुलिस तत्काल इसकी सूचना ट्रैफिक डायरेक्टरेट उत्तराखंड द्वारा बनाये गये व्हाटसएप ग्रुप में भेजेगी। डायरेक्टरेट यह सूचना गूगल मैप्स टीम के साथ शेयर करेगा।
-गूगल मैप्स टीम तत्काल गूगल मैप की मदद से सबसे नजदीक वैकल्पिक मार्ग की सूचना उपलब्ध करवायेगा। डायवर्जन की सूचना गूगल मैप पर अपलोड की जाएगी। ट्रैफिक डायरेक्टर मुख्तार मोहसिन चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी यात्रियों से गूगल मैप इस्तेमाल करने की अपील की है, ताकि यात्रा में बेहतर मार्ग की जानकारी से अपडेट रहें और यात्रा मार्ग किसी भी असुविधा से बच सकें।

इस बार होंगे बेहतर इंतजाम
डायरेक्टर ट्रैफिक ने बताया कि इस बार यात्रियों के अधिक संख्या पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसे देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने के प्रयास से शुरू कर दिये गये हैं। चारधाम यात्रा के बेहतर संचालन ओर सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सभी बिंदुओं विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार सड़क दुर्घटना, खराब मौसम या मलबा आ जाने के कारण सड़क बंद हो जाती है। ऐसी स्थिति में यात्रियों को इंतजार न करना पड़े और उन्हें मौके पर ही वैकल्पिक मार्ग की जानकारी मिल जाए, इसके लिए गूगल मैपल्स टीम की मदद ली जाएगी। इससे यात्रियों को एक ही जगह फंसे रहने या अपने स्तर पर वैकल्पिक मार्ग तलाशने जैसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्हें अपने मोबाइल पर ही ऐसी स्थिति में वैकल्पिक मार्ग और डायवर्जन के बारे में पता चल पायेगा हालांकि इसके लिए यात्रियों को गूगल मैपल्स मैप एप का इस्तेमाल करना होगा।

सचिवालय में भी बैठक
इस बीच सचिवालय में सीएस डॉ। एसएस संधु ने चारधाम यात्रा को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने के बारे पर चर्चा की गई। सीएस ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर हेल्थ सर्विसेज को बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन के दौरान ही मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ले ली जाए। साथ ही, यात्रा के दौरान 55 वर्ष से अधिक आयु के श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य की जांच की जाए। इससे कम आयु के लोगों को जो देखने में अस्वस्थ प्रतीत हो रहे हैं, उनका भी मेडिकल चेकअप किया जाए। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन के बाद से लगातार यात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं की जानकारी एवं क्या करें क्या न करें का कॉल, मैसेज, ऑडियो मैसेज आदि के माध्यम से जानकारियां उपलब्ध कराई जाएं।