आइसोलेशन वार्ड न होने के कारण बनाया अलग वार्ड

बार-बार वार्ड बदलने से भी स्थिति बिगड़ने का खतरा

देहरादून: दून हॉस्पिटल में स्वाइन फ्लू से डॉक्टर्स और स्टाफ के बचाव के लिए वैक्सीन मंगवाई गई है, ताकि स्वाइन फ्लू के पेशेंट्स के ट्रीटमेंट के दौरान किसी भी तरह के इंफेक्शन का खतरा न रहे। दूसरी तरफ हॉस्पिटल प्रबंधन स्वाइन फ्लू वार्ड के प्रति लापरवाह है। स्वाइन फ्लू के पेशेंट्स के लिए अलग वार्ड तो बना दिया है, लेकिन यहां आइसोलेशन की सुविधा नहीं है।

स्टाफ को वैक्सीन

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और स्टाफ के लिए वैक्सीन मंगवा दी गई है। अब तक सभी दून हॉस्पिटल के डाक्टर्स, नर्सेज और स्टाफ को यह वैक्सीन लगा दी गई। अब उन्हें इलाज के दौरान इंफेक्शन का डर नहीं रहेगा।

नहीं है आइसोलेशन वार्ड

हॉस्पिटल में स्वाइन फ्लू के लिए आइसोलेशन वार्ड होना जरूरी है। दून हॉस्पिटल में पुरुष वार्ड के साथ एक वार्ड को स्वाइन फ्लू वार्ड के लिए रिजर्व किया गया है। आइसोलेशन सुविधा न होने से यह वार्ड दूसरे मरीजों और अटेंडेंट के साथ ही स्टाफ के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।

दो वार्ड का एक ही टॉयलेट

दून हॉस्पिटल में बनाए गए स्वाइन फ्लू वार्ड के साथ पुरुष वार्ड है। इन दोनों वार्डो का एक ही टॉयलेट है। पुरुष वार्ड में भर्ती पेशेंट्स और उनके अटेंडेंट के साथ ही संभावित स्वाइन फ्लू के पेशेंट भी इस्तेमाल करेंगे। यह स्थिति बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। स्वाइन फ्लू के मरीजों के बाद यहां पर अन्य मरीजों के जाने से इन्हें भी खतरा हो सकता है।

हमारी ओर से दून हॉस्टिपल के स्वाइन फ्लू वार्ड और इमरजेंसी के लगभग सभी स्टाफ को यह वैक्सीन लगा दी गई हैं। ताकि स्टाफ को इंफेक्शन का खतरा न रहे।

डॉ। आशुतोष सयाना, प्रिंसिपल, दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल

आईसीयू में नहीं बढ़ सके बेड

दून हॉस्पिटल के आईसीयू में केवल पांच बेड हैं। जबकि यहां पर प्रदेश के दूरस्थ इलाकों से लोग पहुंचते हैं। अक्सर यहां पर क्रिटिकल कंडीशन में पहुंचते हैं। जिन्हें आईसीयू में बेड न होने के कारण प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर किया जाता है। इसके कारण पेशेंट्स के परिजनों को हजारों रुपए खर्च करने पडते हैं।

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दिया गया है प्रस्ताव

दून हॉस्पिटल के आईसीयू में बेड की कमी के कारण कई बार प्रस्ताव पास किए जाने की बात की जा चुकी है। दून हॉस्पिटल के एमएस डॉ। केके टम्टा के अनुसार इसके लिए कई बार प्रस्ताव दिया गया हैं। जल्द ही आईसीयू में बेड बढ़वा दिए गए है।