-पहले दिन पहुंचे 30 पेशेंट, एक की हुई एंजियोग्राफी

देहरादून। कोरोनेशन हॉस्पिटल में संचालित होने वाले फोर्टिस हॉस्पिटल में शुक्रवार से ट्रीटमेंट शुरू हो गया। 8 मार्च से बंद पड़े इस हॉस्पिटल में इलाज ने मिलने से परेशान लोगों ने राहत की सांस ली। पहले दिन 30 पेशेंट्स की ओपीडी संचालित हुई। इसके साथ ही एक पेशेंट की एंजियोग्राफी भी हुई। साथ ही आईपीडी भी शुरू कर दी गई है। पहले दिन एक पेशेंट को एडमिट किया गया।

पेशेंट में दिखी राहत

शुक्रवार से ओपीडी शुरू होने के बाद पेशेंट ने राहत की सांस ली। आईपीडी शुरू होने से कई हार्ट पेशेंट्स को राहत मिली। कोरोनेशन हॉस्पिटल की पुरानी बिल्डिंग के सेकेंड फ्लोर में पीपीई मोड पर फोर्टिस की यूनिट संचालित होती है। बीते 8 मार्च को करार खत्म होने के कारण यहां हार्ट पेशेंट्स का इलाज रुक गया। कई लोगों के विरोध और मंत्री के मामले में हस्तक्षेप करने पर हेल्थ डिपार्टमेंट ने करार बढ़ाया। लेकिन इस बीच कोरोनेशन हॉस्पिटल की न्यू बिल्डिंग में कोविड हॉस्पिटल बन जाने के पुरानी बिल्डिंग में संचालित होने वाली अधिकतर ओपीडी को अप्रैल में बंद कर दिया गया। ओपीडी बंद होने के दिल की बीमारी से जूझ रहे पेशेंट इधर-उधर भटकने को मजबूर थे।

पहले दिन ओपीडी

ओपीडी - 30 पेशेंट

आईपीडी - 1

एंजियोग्राफी - 1

पहले चलती थी 120- 130 तक की ओपीडी

फोर्टिस हॉस्पिटल में रोजाना की मार्च माह तक 120-130 पेशेंट की ओपीडी होती थी। यह इसके अलावा यहां 50 सामान्य बेड, 15 आईसीयू व 2 बेड वेंटीलेटर के हैं। अब तक बीपीएल कार्डधारकों को हार्ट में प्रॉब्लम होने पर इलाज निशुल्क होता था, अब आयुष्मान कार्डधारकों का भी इलाज हो सकेगा।

कोविड की गाइडलाइन का पालन

लम्बे समय के बाद शुरु हुई ओपीडी में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए रजिस्ट्रेशन कांउटर के सामने 4-4 लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही खड़े रहने की परमिशन थी। इसके साथ ही यहां 'नो मास्क-नो एंट्री' का भी बोर्ड लगाया गया हैं।

मंडे से आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज होगा शुरू

फोर्टिस हॉस्पिटल में अब आयुष्मान कार्डधारकों का भी इलाज शुरू होगा। हॉस्पिटल प्रबंधन के अनुसार डॉक्यूमेंटेशन का काम तेजी से चल रहा है। कुछ पेंडेंसी है, मंडे तक आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज शुरू हो जाएगा।

पहले दिन कई पेशेंट जांच के लिए पहुंचे। यह वह पेशेंट थे जो लम्बे समय से इंतजार कर रहे थे और दून में ही रहते हैं। यहां अन्य जिलों समेत आस-पास के राज्यों के भी पेंशेट जांच के लिए पहुंचते है। यह पूरी तरह से नॉन कोविड हॉस्पिटल है।

अविक चौहान, डायरेक्टर, फोर्टिस कोरोनेशन हॉस्पिटल