- बच्चे खुद मिला रहे चाइल्डलाइन का नंबर, कर रहे कंप्लेन

- किसी के पिता शराब पीकर कर रहे बच्ची की पिटाई

- किसी को दादा का शक्की रवैया कर रहा परेशान

देहरादून।

हैलो चाइल्डलाइन, मेरी मम्मी लॉकडाउन में दिल्ली में फंसी गई है। पापा शराब पीकर मुझे मारते हैं। मैं पड़ोसियों के घर से छिपकर फोन कर रही हूं। प्लीज मेरी हेल्प करो इन दिनों चाइल्ड हेल्पलाइन में कुछ इसी तरह की कॉल्स आ रही है। लॉकडाउन में हर समय घर पर रहने वाले बच्चे बेहद परेशान हो गए हैं। बड़ो का गुस्सैल रवैया उनको दिक्कत दे रहा है तो वहीं मदर के कहीं बाहर लॉकडाउन होने जैसी सिचुएशन में बच्चे खुद को बेहद अकेला फील कर रहे हैं।

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ऐसी-ऐसी दिक्कत

लॉकडाउन पीरियड में बच्चे जब 24 घंटे घर पर ही हैं तो बड़ों का छोटी-छोटी बात पर गुस्सा करना उन्हें बेहद अजीब लग रहा है। खासकर ऐसे मामलों में जबकि बच्चों की मां किसी काम से बाहर गई हुई थी और अचानक लॉकडाउन हो गया। पिता को शराब पीने की लत है। ऐसे में शाम होते ही बच्चे सहम जाते हैं। पिता की मार-पिटाई उन्हें इतना डरा रही है कि भागकर पड़ोसियों से हेल्प मांग रहे हैं। पड़ोसी भी बच्चों को कॉल करने को फोन देने से ज्यादा हेल्प नहीं कर पा रहे हैं।

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दादा के शक्की रवैये से परेशान

इन दिनों हर समय घर पर रहने वाली एक बच्ची अपने दादा के शक्की रवैये से इतनी परेशान हो गई कि उसने चाइल्ड हेल्पलाइन में फोन कर दिया। बच्ची को मां-दादी समझाती रही लेकिन वह नहीं मानी। उसने कॉल कर कहा कि दादा बहुत शक्की हैं। उसके किसी से भी बात करने पर उसे डांटने लगते हैं। यही नहीं उसकी दादी और मां पर भी बात-बात पर शक करने लगते हैं। अब तक दादी को शक करते हुए डांटते रहते हैं। कहा कि दादा ने घर पर सबको परेशान किया हुआ है।

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गलती हमारी थी पर आप पुलिस को समझाओ

पटेलनगर क्षेत्र में कुछ बच्चे घर के सामने की रोड पर झुंड बनाए लूडो खेल रहे थे। इस दौरान वहां से निकलने वाले पुलिस कर्मियों ने उन्हें डांटकर घर भेज दिया। इस पर बच्चों को गुस्सा आ गया और उन्होंने तुरंत चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर कॉल कर शिकायत की। उन्होंने कहा कि पुलिस वाले उनको खेलने नहीं दे रहे हैं। इस पर जब उनसे पूछा गया कि वो क्या चाहते हैं तो बच्चे बोले कि गलती तो हमारी ही है कि लॉकडाउन में हम घर से बाहर निकले फिर भी आप देख लेना, पुलिस वालों को समझा देना कि आगे से हमको डांटे नहीं। ये सुनकर हेल्पलाइन वाले भी हंस पड़े।

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चाइल्ड लाइन में बच्चे खुद कॉल कर रहे हैं। घर पर डांट पड़ रही हो या पिटाई हो रही हो, सबकी शिकायत कर रहे हैं। इस तरह के मामलों में हम घर के बड़ो से बात करते हैं और बच्चों से प्यारभरा व्यवहार करने को कहा जाता है।

- दीपिका पंवार, सेंटर कॉर्डिनेटर, चाइल्ड लाइन